संसद सेंधमारी कांडः घर से विदा लेने का वक्त… आरोपी सागर के घर मिली डायरी, सामने आएंगे राज!

संसद सेंधमारी कांडः घर से विदा लेने का वक्त… आरोपी सागर के घर मिली डायरी, सामने आएंगे राज!

संसद सत्र के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी दर्शक दीर्घा से लोकसभा सदन में कूद गए और उन्होंने 'केन' से पीली गैस उड़ाते हुए जोरदार नारेबाजी की. हालांकि, वहां बैठे सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया. इसी समय संसद परिसर के बाहर प्रदर्शन कर रहे दो लोगों को भी पकड़ लिया गया.

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना के मुख्य आरोपी ललित झा और सागर समेत 5 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि 2 को हिरासत में लिया गया है. मुख्य आरोपी ललित को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है. सेंधमारी की अप्रत्याशित घटना के बाद सुरक्षा की चूक को लेकर जांच भी शुरू हो गई है. लखनऊ के रहने वाले सागर शर्मा के घर पर खुफिया एजेंसी को डायरी मिली है और माना जा रहा है इस डायरी से कई चीजों का खुलासा हो सकता है.

सागर शर्मा के घर से मिली डायरी से कई रहस्य सामने आने की संभावना जताई जा रही है. खुफिया एजेंसियां उसकी डायरी में लिखी बातों को समझने में जुटी हुई हैं. उसकी डायरी में कई बागी बातें लिखी गई हैं. ‘इंकलाब जिंदाबाद’ शीर्षक पर उसने लिखा, “दर्द अपने वतन का, मुझसे देखा जाता नहीं. दुश्मन के आगे किसी को सिखाता नहीं.” इसी तरह एक जगह लिखा है, “वतन की उल्फत पर जो होते हैं कुर्बान वो अमर हो जाते हैं.”

‘मेरे लिए संघर्ष की राह चुनना आसान’

सागर शर्मा की डायरी में लिखा है, “घर से विदा लेने का समय नजदीक आ गया है.” “एक तरफ हुए भी है और दूसरी तरफ कुछ भी कर गुजरने को आग भी दहक रही है काश मैं अपनी स्थिति माता पिता को समझा सकता मगर ऐसा नहीं है कि मेरे लिए संघर्ष की राह चुनना आसान है. पांच सालों से उम्मीद लगाए प्रतीक्षा की है कि एक दिन आएगा जब मैं अपने कर्तव्य की ओर बढ़ूंगा. दुनिया में ताकतवर व्यक्ति वह नहीं, जो छीनना जानते हैं. ताकतवर व्यक्ति वह है, जो हर सुख त्यागने की क्षमता रखता है.”

संसद सत्र के दौरान शून्यकाल में आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी दर्शक दीर्घा से लोकसभा सदन में कूद गए और उन्होंने ‘केन’ से पीली गैस उड़ाते हुए जोरदार नारेबाजी की. हालांकि, वहां बैठे सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया. इसी समय संसद परिसर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अमोल शिंदे और नीलम को पकड़ लिया गया. ये दोनों केन के जरिए लाल और पीले रंग का धुआं फैलाते हुए ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगा रहे थे.

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दिल्ली पुलिस की ओर से इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून (UAPA) और भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है. मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान इन आरोपियों ने बताया कि वे भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान क्रांतिकारी भगत सिंह द्वारा सेंट्रल असेंबली के अंदर बम फेंके जाने जैसी घटना को फिर से अंजाम देना चाहते थे.

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पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने स्मोक बम के बाद संसद में पर्चे फेंकने की योजना बनाई थी. उन लोगों ने तिरंगे भी खरीदे थे. ललित झा के अलावा सागर शर्मा (26), मनोरंजन डी (34), अमोल शिंदे (25) और नीलम देवी (37) गिरफ्तार किए जा चुके हैं.