‘इससे बिहार का क्या लेना देना है’, तेजप्रताप पर बोले प्रशांत किशोर, कहा- ये परिवार की राजनीति..

‘इससे बिहार का क्या लेना देना है’, तेजप्रताप पर बोले प्रशांत किशोर, कहा- ये परिवार की राजनीति..

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव द्वारा तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बेदखल करने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लालू यादव किसको परिवार से निकाल रहे हैं या किसको रख रहे हैं, इससे बिहार का क्या लेना देना है. ये सब जाति की राजनीति करने वाले हैं

जन सुराज के संस्थापक और पॉलिटिकल एनालिस्ट प्रशान किशोर ने रविवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव द्वारा तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित करने पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लालू यादव द्वारा किसी को पार्टी और परिवार से निकालने से बिहार का क्या लेना-देना है? क्या वे तेजस्वी को छोड़कर यादव जाति से किसी दूसरे योग्य व्यक्ति को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर सकते हैं?

बिहार के वैशाली में प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘क्या लालू यादव ने कहा था कि अगर यादव जाति से कोई योग्य व्यक्ति होगा तो वे उसे नेता बना देंगे? अभी भी लालू यादव तेजस्वी यादव को सीएम बनाना चाहते हैं. हमने ओपन कहा है, राजद की ओर से अगर आज लालू यादव जाति से किसी को सीएम का चेहरा घोषित करते हैं तो जन सुराज उनका समर्थन करेगा.’

‘ये जाति और परिवार की राजनीति करने वाली पार्टियां’

आरजेडी से तेज प्रताप यादव को 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है. बीते दिन तेज प्रताप के 12 सालों से रिलेशनशिप में रहने के खुलासा के बाद लालू यादव ने आज यह निर्णय लिय़ा है. लालू यादव ने कहा है कि, बड़े बेटे की गतिविधि, लोक आचरण और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है. इस लिए उसे पार्टी और परिवार से दूर किया जाता है.

वहीं, प्रशान किशोर ने इसको लेकर लालू यादव पर हमला करते हुए इसे जाति और बच्चों की राजनीति बताया है. उन्होंने कहा कि असल में जाति की राजनीति करने वाली ये पार्टियां परिवार की राजनीति कर रही हैं. बच्चों की राजनीति कर रही हैं. लालू यादव कभी किसी दूसरे काबिल यादव को आगे नहीं होने दे सकते हैं. इसलिए इस सबसे से बिहार का कोई लेना-देना नहीं है.

तेजस्वी यादव ने क्या कुछ कहा?

तेजप्रताप के छोटे भाई और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसी चीजें न अच्छी लगती हैं और न ही को बर्दाश्त है. हम काम कर रहे हैं और बिहार की जनता के लिए समर्पित हैं. रही बात मेरे बड़े भाई की, तो राजनीतिक जीवन और निजी जीवन अलग-अलग हैं. उन्हें अपने निजी फैसले लेने का अधिकार है. वह वयस्क हैं और फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं. ‘