राजस्थान में फरवरी में ही पड़ने लगी मई-जून जैसी गर्मी, 34 डिग्री पार पहुंचा पारा
Rajasthan Weather Update: राजस्थान के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से धीरे-धीरे लगातार गर्मी का असर बढ़ रहा है जहां पारा 34 डिग्री को पार कर गया है. वहीं मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार मार्च के पहले हफ्ते में तापमान कुछ शहरों में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
Rajasthan Weather Update: राजस्थान में इस बार होली से पहले तेज गर्मी का सामना करने के आसार बन गए हैं जहां पिछले कुछ दिनों से धीरे-धीरे लगातार गर्मी का असर बढ़ रहा है. ताजा जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कई जगहों पर पारा 34 डिग्री को पार कर गया है और दिन का तापमान तेजी से बढ़ रहा है. गर्मी को देखकर मौसम के जानकारों का कहना है कि इस बार मार्च के पहले हफ्ते में तापमान कुछ शहरों में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है जिसके चलते लोगों को मार्च में ही लू के थपेड़े झेलने पड़ सकते हैं. हालांकि पिछले दो दिनों से तापमान में थोड़ी गिरावट जरूर देखी गई है लेकिन 26 फरवरी से इसमें फिर बढ़ोतरी शुरू होने की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत में एक कम तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा जिसके बाद हवा की दिशा पश्चिमी हो जाएगी और पाकिस्तान से आने वाली हवाओं से तापमान तेजी से बढ़ने लग जाएगा.
फरवरी में ही आ गई गर्मी
मौसम विभाग केंद्र जयपुर का कहना है कि वातावरण में नमी कम होने से दिन में गर्म हवाएं भी चलना शुरू हो गई है जिसके बाद जयपुर, अजमेर, अलवर, बाड़मेर, बीकानेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चूरू, जोधपुर, पिलानी, सीकर, गंगानगर, उदयपुर समेत कई शहरों में दिन में तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया जा रहा है.
वहीं मार्च के पहले हफ्ते में कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच सकता है. हालांकि विभाग का कहना है कि 26 फरवरी से तापमान में फिर से बढ़ोतरी शुरू होगी और गर्म हवाओं का दौर चलेगा.
जल्दी क्यों चलने लगी गर्म हवाएं
इसके अलावा राजस्थान में इस बार लोगों को होली से पहले ही गर्मी का सामना क्यों करना पड़ रहा है इस पर मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मार्च के पहले हफ्ते में तापमान कुछ शहरों में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक तेज गर्मी के पीछे तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ हैं जिनके कारण ही आंधी चलती है और ओले, बारिश भी होती है.
इन विक्षोभ के चलते मार्च-अप्रैल में तापमान कंट्रोल में रहता है लेकिन राजस्थान समेत उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों में पिछले काफी समय से कोई विक्षोभ का असर नहीं देखा गया है जिसके बाद गर्मी तेज हो गई है.