Ranchi: 8 एकड़ जमीन, 16 साल, तीन हमले और… पुलिस के हत्थे चढ़े मधुसूदन राय के हत्यारे
राजधानी रांची में एक जमीन कारोबारी को उनके ही परिवार के लोगों ने 8 एकड़ जमीन के विवाद के चलते गोलियों से छलनी करके मार डाला था. 16 साल में जमीन कारोबारी पर 3 बार हमले किए गए जिसमें तीसरी हमले में उनकी मौत हो गई. पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम थाना क्षेत्र अंतर्गत रिंग रोड कव्वाली इलाके में 15 दिसंबर 2024 को जमीन कारोबारी मधुसूदन राय की दिनदहाड़े गोलियों से छलनी करके हत्या कर दी थी. जमीन कारोबारी मधुसूदन राय को अपराधियों ने 10 गोलियां मारी गई थी. राजधानी रांची में दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधिकारियों एक एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी को डीएसपी मुख्यालय 1 अमर कुमार पांडेय और थाना प्रभारी नामकुम लीड कर रहे थे.
आखिरकार हत्याकांड मामले में पुलिस ने कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मृतक मधुसूदन राय के ही पारिवार के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जिनमें दीपक कुमार राय, राजकिशोर राय उर्फ गुड्डू, अशोक कुमार और मानवेल खलखो को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 7 जिंदा कारतूस, 3 स्मार्टफोन, एक कीपैड फोन और घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल जब्त की है.
चार आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
जमीन कारोबारी मधुसूदन राय हत्याकांड को लेकर रांची के एसएसपी सह डीआईजी चंदन कुमार सिन्हा ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ हथियार बरामद की की सूचना दी है. हालांकि इस हत्याकांड में संलिप्त उमेश राय नामक आरोपी अभी भी फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए बताया कि नामकुम थाना क्षेत्र में 8 एकड़ जमीन पर मालिकाना हक को लेकर लंबे समय से मधुसूदन राय का उनके ही पारिवार के सदस्यों से विवाद चल रहा था. इसी विवाद के कारण 2008 में उमेश राय और गिरफ्तार दीपक राय, राज किशोर राय उर्फ गुड्डू और अन्य अपराधियों ने मधु राय पर गोलीबारी की थी. इस घटना में मृतक बच गए थे, लेकिन उनकी पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई थी.
तीन बार हुआ जानलेवा हमला
इसे लेकर नामकुम थाना में कांड संख्या 117 / 08 दर्ज किया गया था. इस हमले के बाद एक बार फिर से 2016 में जमीन कारोबारी मधु राय पर फायरिंग की गई थी. उस दौरान भी मधुसूदन राय की जान बच गई थी. इसे लेकर भी नामकुम थाना में कांड संख्या 62/16 दर्ज है. 8 साल के बाद आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से 15 दिसंबर 2024 को जमीन कारोबारी मधुसूदन राय की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी जब वह किसी काम से रिंग रोड कव्वाली से गुजर रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया है. मधुसूदन राय की हत्या को लेकर सितंबर 2024 से ही प्लानिंग की जा रही थी.