महाराष्ट्र को मिलेगा तीसरा डिप्टी CM, संजय राउत ने शिंदे गुट में दरार का किया दावा

महाराष्ट्र को मिलेगा तीसरा डिप्टी CM, संजय राउत ने शिंदे गुट में दरार का किया दावा

संजय राउत ने कहा था कि जब एकनाथ शिंदे पिछले साल नवंबर में संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद न मिलने से खफा थे, तब सामंत को लाने की योजना थी. हालांकि, सामंत ने पार्टी प्रमुख शिंदे के साथ किसी भी मतभेद से इनकार किया है.

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में दरार का दावा करते हुए शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र को उनकी पार्टी से तीसरा उपमुख्यमंत्री मिलेगा. मुंबई में संजय राउत ने कहा कि पर्दे के पीछे की गतिविधियों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि भविष्य में राज्य में तीन उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं.

महाराष्ट्र में फिलहाल एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख अजित पवार के रूप में दो उपमुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि किसी को भी एकनाथ शिंदे को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. वह आज उपमुख्यमंत्री हैं. इससे पहले वह मुख्यमंत्री थे. वह कल वहां नहीं रहेंगे, क्योंकि महाराष्ट्र को उसी पार्टी से तीसरा उपमुख्यमंत्री मिल रहा है. एकनाथ शिंदे को इस बारे में सोचना चाहिए.

महाराष्ट्र के दुश्मनों के साथ एकनाथ शिंदे

संजय राउत ने शिवसेना की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ इशारा करते हुए आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के दुश्मनों के साथ काम कर रहे हैं. शिवसेना (यूबीटी) नेता की यह टिप्पणी उनके इस दावे के बाद आई है कि महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत के पास 20 विधायकों का समर्थन है और वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को दो गुटों में बांट सकते हैं.

मुख्यमंत्री पद न मिलने से खफा

संजय राउत ने कहा था कि जब एकनाथ शिंदे पिछले साल नवंबर में संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद न मिलने से खफा थे, तब सामंत को लाने की योजना थी. हालांकि, सामंत ने पार्टी प्रमुख शिंदे के साथ किसी भी मतभेद से इनकार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके और शिंदे के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है.

शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में होंगे शामिल

उदय सामंत ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के कुछ पूर्व विधायक 15 फरवरी को शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के चार विधायक और तीन सांसद, कांग्रेस के पांच विधायक और 10 पूर्व विधायक पार्टी में शामिल होंगे. पलटवार करते हुए संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को उनकी पार्टी से नेताओं को तोड़ने के बजाय अपने कैडर पर ध्यान देना चाहिए.