गाड़ी में फास्टैग लगवाया, बिजली का बिल भरा… ग्रामीण के खाते से पैसे उड़ा साइबर ठग ने किए ये काम
65 हजार रुपये की ठगी का शिकार हुए पीड़ित शख्स ने पुलिस में केस दर्ज करवाया है. पीड़ित ने कहा कि फोन पर अज्ञात नंबर से कॉल आया था. उधर से बार-बार OTP मांगा जा रहा था. उसने OTP नहीं बताया, इसके बावजूद उसके बैंक अकाउंट से 65 हजार रुपये चले गए.
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में साइबर ठगी का मामला सामने आया है. इंदार थाना क्षेत्र के बनारस अटारई गांव के रहने वाले एक शख्स के अकाउंट से 65 हजार रुपये की ठगी हो गई. ग्रामीण के बैंक अकाउंट में प्रधानमंत्री आवास की 75 हजार रुपये की किस्त आई हुई थी. साइबर ठग ने 65 हजार रुपए 6 बार में निकाल लिए. साइबर ठग ने इन रुपयों का इस्तेमाल फास्टैग और बिजली बिल के भुगतान करने में किया है. पीड़ित शख्स ने इसकी शिकायत एसपी ऑफिस की साइबर ब्रांच में दर्ज कराई है.
ठगी का शिकार हुए पीड़ित शख्स का नाम अवदेश आदिवासी है. उसने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि उसके बैंक अकाउंट में प्रधानमंत्री आवास की तीसरी किस्त के 75 हजार रुपए 19 अप्रैल को आए हुए थे. इन रुपयों से उसे मकान की छत डलवानी थी, लेकिन रुपयों के आने के कुछ ही देर बाद उसके मोबाइल पर एक अज्ञात वयक्ति का फोन आया. उसने 6 अंकों की ओटीपी पूछा था.
बिना OTP बताए बैंक अकाउंट से कटने लगे रुपये
इस पर अवदेश ने अनजान व्यक्ति को ओटीपी देने से साफ मना कर दिया. इसके बाद अज्ञात व्यक्ति ने कुछ ही देर में बैंक अकाउंट से सारे रुपये निकालने की धमकी दे डाली. अवदेश ने बताया कि कुछ ही देर बाद उसके बैंक अकाउंट से रुपये कटना शुरू हो गए. उसने जल्द ही नजदीकी कियोस्क सेंटर पहुंचकर 10 हजार रूपये निकाल लिए थे.
साइबर ठग ने मिनटों में उड़ाए रुपये
वह सारे पैसे निकाल पाता इससे पहले ही ठग ने उसके खाते से 65 हजार रूपये निकाल लिए. उसने इन रुपयों का फास्टटैग, डीटीएच और बिजली बिल के भुगतान भी कर डाले थे. अवधेश ने पुलिस को एक बार फिर बताया कि उसने ठग को ओटीपी नहीं बताई थी. इसके बावजूद उसके बैंक खाते से 65 हजार रूपये निकाल लिए गए.