सुल्तानपुर लूट कांड: मुख्य आरोपी के परिवार को डर, कहीं बेटे का भी न हो जाए एनकाउंटर

सुल्तानपुर लूट कांड: मुख्य आरोपी के परिवार को डर, कहीं बेटे का भी न हो जाए एनकाउंटर

सुल्तानपुर लूट कांड के मुख्य आरोपी विपिन सिंह की मां विमला सिंह ने कहा कि पिता के मृत्यु के बाद बेटे ही घर चलाते थे. एक बेटा तिलोई बाजार में कपड़े की दुकान खोला है, जिससे घर का खर्च चलता है. हमें एनकाउंटर का डर सता रहा है.

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर डकैती कांड के मुख्य आरोपी विपिन सिंह के परिवार ने मीडिया के सामने अपनी पीड़ा और शिकायतें साझा की हैं. विपिन की मां, विमला देवी ने बेटे को निर्दोष बताया है और कहा है कि पिता की मृत्यु के बाद परिवार की सारी जिम्मेदारी उनकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे के साथ पुलिस ने अन्य दो भाइयों को भी हिरासत में लिया है और इनकाउंटर का डर उन्हें सता रहा है.

दरअसल, 28 अगस्त को हुए सुल्तापुर लूट कांड में ठठेरी बाजार में भरत जी सर्राफा नाम के व्यापारी के यहां बदमाशों ने दिनदहाड़े करोड़ों रुपये लूट लिए थे. इस मामले में एसटीएफ ने मंगेश नाम के बदमाश का एनकाउंटर कर दिया. इस बदमाश पर एक लाख रुपए का इनाम था. इसके एनकाउंटर के बाद इस मामले के मुख्य आरोपी विपिन सिंह ने पुलिस को सरेंडर कर दिया है. हालांकि, मंगेश के एनकाउंटर को लेकर जांच मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं.

भाई की पत्नी ने मांगी कैमरे के समाने न्याय

अमेठी जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के भवानी नगर गांव के रहने वाले विपिन सिंह के भाई की पत्नी कोमल सिंह ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा की पुलिस ने उनके जेठ और दो अन्य भाइयों को अपनी हिरासत में ले रखा है,जिसमे से एक भाई का नाम भी नही है. फिर भी उन्हें पुलिस पकड़ कर ले गई है. 29 अगस्त से उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा है कि वे कहां हैं? इससे घर की स्थिति बहुत कठिन हो गई है. परिवार की स्थिति भी खराब हो गई है. विपिन के भाई की पत्नी कोमल सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके पति विमल सिंह को 29 अगस्त को हिरासत में लिया और तब से उनका कोई सुराग नहीं मिल रहा है.

मां ने क्या कहा?

वही लूट कांड के आरोपी विपिन सिंह की मां विमला सिंह ने कहा कि पिता के मृत्यु के बाद बेटे ही घर चलाते थे. एक बेटा तिलोई बाजार में कपड़े की दुकान खोला है, जिससे घर का खर्च चलता है. पुलिस उसे भी उठा ले गई है और कुछ पता नहीं चल रहा है. हम लोग डरे हुए हैं कि कहीं पुलिस उन्हें मार ना दे. इस बात का भय लग रहा है.

पूछताछ के लिए बुलाया था

वहीं जब तिलोई सर्किल सीओ अजय सिंह से बात की गई तो उन्होंने पहले कैमरे के सामने बोलने से मना कर दिया, लेकिन औपचारिक रूप से बातचीत में बताया कि उन्हें 29 तारीख को पूछताछ के लिए बुलाया गया था और शाम को छोड़ दिया गया. इसके बाद पुलिस को कुछ पता नहीं कि कहां गए हैं. सवाल ये है कि पुलिस की कस्टडी से छूटने के बाद विमल सिंह घर नहीं पहुंचे तो गए कहां और घरवालों की शिकायत पर पुलिस विमल सिंह को खोज क्यों नहीं कर रही है?