तबाही के बीच चमत्कार! मलबे से निकला खिलखिलाता हुआ मासूम, खरोंच तक नहीं
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भीषण भूकंप से अब तक 17000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इस तबाही से शहर के शहर श्मशान में तब्दील हो चुके हैं. लोगों की चीख-पुकार अभी भी जारी है.
जाको राखे साइयां, मार सके न कोय…! आपने इस दोहे को कई मर्तबा सुना होगा. इसका सीधा सा अर्थ ये है कि जिसके ऊपर भगवान का हाथ हो, उसका कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता. तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप से मची तबाही के बीच इस दोहे को चरितार्थ करने वाली कई तस्वीरें सामने आई हैं. कोहराम के बीच चमत्कार भी दिखने को मिल रहा है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो सीरिया के किसी इलाके का है. इस वीडियो में एक बच्चे को मलवे से बाहर निकाला जा रहा है. उसके चेहरे पर जरा सी खरोंच तक नहीं है. बाहर निकलने के बाद वह खूब खिलखिला रहा है. 4-5 साल का बच्चा जोश से लबरेज दिख रहा है. बच्चा सही सलामत है.
Miracles are repeated and voices embrace the sky again. Moments filled with joy as the child Karam was rescued from the ruins of a destroyed house in the village of Armanaz in the countryside of #Idlib, #Syria on the first day of the #earthquake. pic.twitter.com/eec9Ws91kn
— The White Helmets (@SyriaCivilDef) February 8, 2023
ये चमत्कार नहीं तो और क्या…
इसे चमत्कार नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे? तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप से अब तक 17000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इस तबाही से शहर के शहर श्मशान में तब्दील हो चुके हैं. लोगों की चीख-पुकार अभी भी जारी है. 72 घंटे बाद भी मलवे से कई लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. किसी का शव बाहर आ रहा तो किसी की जिंदगी. जिन्हें सही सलामत मलवे से बाहर निकाला रहा है उसे चमत्कार बताया जा रहा है और ऐसा हो भी क्यों न.
55 घंटे तक चट्टान के नीचे दबा था मासूम
बुधवार को मलबे से एक रोते हुए मासूम बच्चे को मलवे से बाहर निकाला गया था. वीडियो में साफ दिख रहा है कि चट्टान के एक बड़े टुकड़े के नीचे बच्चा फंसा हुआ है. बचावकर्मी अपने हाथों से ग्लब्स उतार देते हैं और मलबे को हटाना जारी रखते हैं. जैसे-जैसे एक-एक पत्थर हटता है उसकी आवाज तेजी होती जा रही है. उसके सुबकने की आवाज तेज आने लगी. तुरंत उसे निकाला गया और अस्पताल भेजा गया. यह मासूम करीब 55 घंटे से चट्टान के नीचे दबा था.
Moments of hope from the midst of the disaster. Our teams managed to rescue Jana alive from under the rubble of her house in the town of Jenderes, north of #Aleppo, yesterday, Tuesday, February 7, after the violent #earthquake that struck NW #Syria at dawn on Monday, February 6. pic.twitter.com/VhnJPqaYN5
— The White Helmets (@SyriaCivilDef) February 7, 2023
भीषण भूकंप ने तुर्की और सीरिया में मचाई तबाही
तुर्की में सबसे पहले सोमवार को तड़के 7.8 तीव्रता का पहला भूकंप करीब 20 लाख लोगों की आबादी वाले तुर्की शहर गाजियांटेप के पास आया, फिर इसके बाद 7.5 तीव्रता का भूकंप आय और बाद में आफ्टरशॉक्स के रूप में कई झटके लगते रहे. इस भूकंप ने तुर्की और सीरिया को अगले कई दशकों तक न भूल पाने वाला दर्द दे गया. शहर दर शहर खंडहर बन गए. जैसे जैसे समय गुजर रहा है तुर्की-सीरिया से इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं, जिसे सुनकर रूह कांप जाता है.