सांसदों के करीबियों पर ममता ने जताया भरोसा, विधानसभा उपचुनाव में इन्हें बनाया उम्मीदवार

सांसदों के करीबियों पर ममता ने जताया भरोसा, विधानसभा उपचुनाव में इन्हें बनाया उम्मीदवार

तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को पश्चिम बंगाल में छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. इन सीटों पर जिन्हें उम्मीदवार बनाया गया है, वो लोकसभा चुनाव 2024 में जीते सांसदों से करीबी हैं.

पश्चिम बंगाल में 13 नवंबर को छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को इन छह सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. प्रायः सभी सीटों पर लोकसभा चुनाव में जीते सांसदों के करीबियों को टिकट दिया गया है. तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा कि नैहाटी से सनत दे, हरोआ से शेख रबीउल इस्लाम, मेदिनीपुर से सुजॉय हाजरा, तालडांगा से फाल्गुनी सिंहबाबू, मदारीहाट से जयप्रकाश टोप्पो और सीताई से संगीता रॉय को उममीदवार बनाया है.

टीएमसी की ओर से उपचुनाव के लिए जारी उम्मीदवारों की सूची से साफ है कि टीएमसी ने लोकसभा चुनाव में जीतने वाले सभी उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. छह सीटों के लिए जारी उम्मीदवारों की सूची से यह साफ है.

कूचबिहार लोकसभा सीट पर जगदीश बसुनिया ने पूर्व मंत्री निशित प्रमाणिक को हराया था. इस बार विधानसभा उपचुनाव में पार्टी ने उनकी पत्नी संगीता रॉय बसुनिया को विधानसभा क्षेत्र सीताई से मैदान में उतारा है. जगदीश बसुनिया के सांसद बनने पर यह सीट खाली हुई थी.

सांसदों के करीबियों को टीएमसी ने दिया टिकट

वहीं, बैरकपुर लोकसभा सीट से निर्वाचित पार्थ भौमिक के करीबी सनत दे को नैहाटी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. सनत टाउन तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पार्थ भौमिक इलाके और पार्टी में एक करीबी सहयोगी के रूप में जाने जाते हैं.

दूसरी ओर, हाजी नरुल द्वारा खाली की गई सीट पर भी उनके बेटे शेख रबीउल इस्लाम मैदान में उतारा है. यानि कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवारों के घर से उनके करीबियों को उम्मीदवार बनाकर उन पर भरोसा जताया है.

छह में से पांच सीटों पर था टीएमसी का कब्जा

नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर, तालडांगा, मदारीहाट, सिताई के विधायकों ने लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद अपनी विधायकी छोड़ दी है, जिन 6 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, उनमें से अलीपुरद्वार के मदारीहाट पर बीजेपी का कब्जा था. बाकी 5 सेंटर पर तृणमूल का कब्जा था. इस बार उपचुनाव में तृणमूल इन पांच सीटों के साथ-साथ मदारीहाट केंद्र भी भाजपा से छीनना चाहती है.

राज्य में पिछले उपचुनाव में चार में से चार सीटों पर टीएमसी ने जीत हासिल की थी, लेकिन फिर राज्य की राजनीति में कई बदलाव हुए. आरजी कर जैसे मुद्दों को लेकर पूरे राज्य में हंगामा मचा हुआ है. यह देखने के लिए कि क्या उस मुद्दे का असर उपचुनाव पर पड़ रहा है.

13 नवंबर को छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हैं. भाजपा ने शनिवार को उन छह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है. ठीक एक दिन बाद यानी रविवार को तृणमूल ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी.

इनपुट- रविशंकर