पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष की कार हादसे का शिकार, बाल-बाल बचे, जांच की मांग
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि वह सुरक्षित बच गए हैं, लेकिन कार में सवार तीन लोगों को चोटें आईं हैं. उन्होंने यह पता लगाने के लिए जांच की मांग की कि क्या यह दुर्घटना राज्य में विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं को निशाना बनाने की कोई साजिश तो नहीं थी. बता दें, मजूमदार को पार्टी ने दूसरी बार बलूरघाट लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार रविवार को उस समय बाल-बाल बच गए, जब उनकी कार नदिया जिले के शांतिपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग-34 पर एक पुलिस बैरिकेड से टकरा गई. मजूमदार ने कहा कि यह दुर्घटना तब हुई, जब उनकी कार एक बस से आगे निकलने की कोशिश कर रही थी. उन्होंने बताया कि कार में सवार तीन लोग घायल हो गये.
उन्होंने कहा कि चूंकि बस राजमार्ग के एक किनारे को अवरुद्ध कर रही थी, तो मेरी कार के चालक ने वाहन को उससे आगे निकालने की कोशिश की और पुलिस द्वारा उसी तरफ लगाये गये अवरोधक से टकरा गई.
बीजेपी नेताओं को निशाना बनाने की साजिश
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि वह सुरक्षित बच गए हैं, लेकिन कार में सवार तीन लोगों को चोटें आईं हैं. मजूमदार को पार्टी ने दूसरी बार बलूरघाट लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. वह एक फुटबॉल टूर्नामेंट में शामिल होने के बाद लौट रहे थे. उन्होंने यह पता लगाने के लिए जांच की मांग की कि क्या यह दुर्घटना राज्य में विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं को निशाना बनाने की कोई साजिश तो नहीं थी.
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जानलेवा हमले का शिकार मजूमदार
एक पुलिस अधिकारी ने दुर्घटना के लिए सड़क पर जारी मरम्मत कार्य को जिम्मेदार ठहराया. इस बीच, बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई ने पुलिस पायलट वाहन सहित दो कारों की एक तस्वीर साझा की और दावा किया कि मजूमदार एक जानलेवा हमले का शिकार हो गये. पार्टी ने एक्स पर कहा, बंगाल के लोगों के समर्थन के कारण मजूमदार को बचा लिया गया. घायल सुरक्षाकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
कार को मारी टक्कर
बीजेपी के दावों का जवाब देते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि जब मजूमदार एनएच-34 पर कृष्णानगर की ओर जा रहे थे, तो उनके सुरक्षा में शामिल सीआईएसएफ के वाहन ने शांतिपुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोबिंदपुर के पास उनकी कार को टक्कर मार दी, जिससे मामूली रूप से नुकसान हुआ.