उम्मीद अभी बाकी है! मलबे में 170 घंटों तक चलती रहीं सांसे, जिंदा मिली 40 साल की महिला

उम्मीद अभी बाकी है! मलबे में 170 घंटों तक चलती रहीं सांसे, जिंदा मिली 40 साल की महिला

तुर्की-सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हजार के पार पहुंच गई है. मलबे में अब भी 10 हजार से ज्यादा शव मिलने की आशंका है.

तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप आए आज सात दिन हो गए हैं, लेकिन चमत्कार अब भी हो रहे हैं. बचावकर्ताओं ने आज तुर्की में इमारत के मलबे से एक महिला को जिंदा निकाला है. महिला की उम्र 40 साल है. सिबेल कोया नाम की महिला को दक्षिणी गजियांटेप प्रांत में बचाया गया है. यानी भूकंप आने के 170 घंटे बाद भी लोगों के मलबे से जिंदा निकलने की उम्मीद बरकरार है. तुर्की और सीरिया में अब तक भूकंप से 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

ब्रॉडकास्टर सीएनएन ने बताया कि महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. बचावकर्मी लगातार खोजी कुत्तों और अन्य उपकरणों की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं. ऐसा ही एक मामला कहारनमारस में सामने आया. यहां बचावकर्मियों ने एक इमारत के खंडहर में तीन जीवित बचे लोगों से संपर्क किया. बताया जा रहा है कि एक महिला और उसकी बेटी और बच्चे मलबे में दबे थे और वह जिंदा थे.

तुर्की भूकंप हाईलाइट्स

  • करीब 12 हजार इमारत ध्वस्त
  • सबसे ज्यादा नई इमारतें धराशायी
  • 10 में से 1 नई इमारत नेस्तनाबूत
  • भूकंप के झटकों से तुर्की 10 फुट खिस गया है
  • मलबा हटाने में 6 महीने का वक्त लग सकता है
  • 7 दिन बाद भी लोग मलबे से निकल रहे हैं

बता दें कि साल 1939 के बाद से तुर्की में यह सबसे घातक भूकंप है. अगस्त 1999 में तुर्की में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 18,000 लोग मारे गए थे. अगले महीने यूनान की राजधानी एथेंस में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 143 लोग मारे गए थे.

तुर्की और सीरिया में कितने मरे?

तुर्की में अबतक भूकंप से 29 हजार लोगों से ज्यादा और सीरिया में 4500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. दोनों ही देशों में मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम जारी है. अभी भी मलबे से जिंदा लोग बाहर निकल रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई संस्थानों का अनुमान है कि मृतकों की कुल संख्या 50 हजार से ज्यादा हो सकती है.

इस बीच तुर्किए सरकार ने घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल कर बनाई गई बिल्डिंगों के ठेकेदारों पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया है. 100 से ज्यादा ठेकेदारों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका और कई गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं.