रेप का दोषी, जोधपुर जेल में बंद… अब कितने साल बाद बाहर आ रहा आसाराम?

रेप का दोषी, जोधपुर जेल में बंद… अब कितने साल बाद बाहर आ रहा आसाराम?

31 अगस्त को नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोप में आसाराम को गिरफ्तार किया गया था. उस दिन से लेकर आज तक आसाराम को खुली हवा में सांस लेने का मौका नहीं मिला. 5 साल तक चले मुकदमे के दौरान आसाराम को न तो एक बार भी जमानत मिली न ही दोषी करार होने के बाद एक भी दिन की पैरोल.

आसाराम के अनुयायियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. आसाराम को आखिरकार राजस्थान हाई कोर्ट से 7 दिन की पैरोल मिली है. राजस्थान हाई कोर्ट के जस्टिस पुष्पेंद्र सिंह भाटी ने 82 साल के आसाराम को इलाज के लिए 7 दिन की पैरोल दी है. 11 साल बाद आसाराम को अब खुली हवा में सांस लेने का मौका मिलेगा. रेप केस में आरोपों के चलते आसाराम को 31 अगस्त 2013 में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद स्वघोषित बाबा ने बाहर आने के लिए कई बार कोर्ट के दरवाजे खटखटाए लेकिन कोर्ट ने उसकी एक न सुनी.

आसाराम को नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले में 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उसने अनुयायियों ने देश-विदेश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए थे. बावजूद इसके आसाराम पर कानूनी प्रक्रिया चलती रही. केस की सुनवाई के दौरान आसाराम पर एक और रेप केस का चार्ज लगा. कोर्ट ने दोनों ही मामले में लंबी सुनवाई के बाद आसाराम को दोषी करार दिया था. कोर्ट की सजा के बाद आसाराम फिलहाल जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है.

यह वहीं सेंट्रल जेल है जहां पर सलमान खान को भी बंद किया गया था हालांकि सिर्फ 3 दिन बाद ही सलमान यहां से बाहर आ गए थे. आसाराम सलमान के मामले का भी कई बार जिक्र कर चुका है. आगामी 31 अगस्त को आसाराम को जेल गए 11 साल पूरे हो जाएंगे. इतन सालों में आसाराम को एक भी बार न तो जमानत मिली है और न ही पैरोल.

कई बार खटखटाए कोर्ट के दरवाजे

आसाराम ने हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सभी दरवाजे खटखटाए और पिछले 11 सालों में 15 से ज्यादा अर्जियां भी लगाई. इस बीच कोर्ट में कई दिग्गज वकीलों ने बाबा की पैरवी की लेकिन एक दिन की भी राहत आसाराम को नहीं मिली. सेंट्रल जेल के दरवाजे कुछ ऐसे बंद हुए कि अब जाकर आसाराम को बाहर आने का मौका नहीं मिला. 25 अप्रैल 2018 को लगातार 5 साल तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने आसाराम को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.

बढती उम्र-बीमारी का हवाला

आसाराम का जन्म 17 अप्रैल 1941 को बताया जाता है इस हिसाब से उसकी उम्र करीब 83 साल हो गई है. बढ़ती उम्र और बीमारियों का हवाला देकर इससे पहले भी आसाराम ने कोर्ट से पैरोल की अपील की है. हालांकि कई अर्जियों के बावजूद आसाराम को बाहर आने के मौका नहीं मिला है. 2 दिन पहले ही आसाराम की जेल के अंदर तबीयत बिगड़ी थी जिसके बाद उसे एम्स ले जाया गया था. इसी बीच इमरजेंसी में इलाज के लिए पैरोल के लिए आसाराम की ओर से अपील की गई. जिसे सशर्त हाई कोर्ट ने मंजूरी दी है.

कहां होगा आसाराम का इलाज

हाई कोर्ट नने परमीशन दी है कि आसाराम महाराष्ट्र के खोपोली माधव बाग हॉस्पिटल में इलाज करवा सकता है. 7 दिन तक के लिए परमीशन दी गई है. वहीं कोर्ट ने पुलिस कस्टडी में इलाज की परमीशन दी है. इस दौरान जो भी पुलिसकर्मियों का खर्च होगा वह आसाराम ही उठाएगा. आसाराम के साथ दो अटेंडेंट और एक डॉक्टर भी जा सकता है.

रिपोर्ट – सुमित देवड़ा / जोधपुर.