इंश्योरेंस के 1 करोड़ का लालच… दोस्त की हत्या कर रची खुद की मौत की कहानी, पुलिस ने ऐसे खोला पोल

इंश्योरेंस के 1 करोड़ का लालच… दोस्त की हत्या कर रची खुद की मौत की कहानी, पुलिस ने ऐसे खोला पोल

तमिलनाडु में इंश्योरेंस के 1 करोड़ रुपये के लिए एक जिम ट्रेनर ने अपनी मौत की झूठी कहानी बनाई. इसके बाद अपना बॉडी डबल बनाया और दोस्तों के साथ मिलकर उसकी जान ले ली.

चेन्नई से इंश्योरेंस के पैसे के लिए हत्या की हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. मामले में युवक ने इंश्योरेंस की 1 करोड़ रुपये की राशि के लिए अपने ही दोस्त की हत्या की. इसके बाद खुद को मृत घोषित कर दिया. घर-परिवार और गांव में भी लोग ये मान गए कि वो मर चुका है, लेकिन जब पुलिस ने मामले में जांच की तो पता चला कि वो अभी भी जिंदा है. मामला सितंबर 2023 का है.

दरअसल, पुडुचेरी के एक गांव में झोपड़ी में आग लगने से एक शख्स की मौत हो गई थी. हादसे में मरने वाले का नाम सुरेश आर बताया गया था. वहीं, मृतक का दोस्त दिलीबाबू भी लापता था. पुलिस की जांच के दौरान पता चला कि मरने वाला शख्स यानि सुरेश अभी भी जिंदा है. पुलिस ने सुरेश और उसके दो साथियों को हिरासत में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है.

चेन्नई के अयनावरम के रहने वाले सुरेश ने इंश्योरेंस के 1 करोड़ रुपये के लिए कुछ दोस्तों के साथ मिलकर अपनी ही मौत की फर्जी कहानी बनाई. उसने अपने ही जैसे दिखने वाले दिलीबाबू नाम के एक शख्स से दोस्ती की. सुरेश और उसके दो दोस्तों ने दिलीबाबू से जान पहचान बढ़ाई. हैरान करने वाली बात ये थी कि सुरेश दिलीबाबू को 10 साल पहले से जानता था.

सुरेश ने दिलीबाबू और उसकी मां से काफी अच्छे रिश्ते बनाए और दोस्ती को और मजबूत किया. 13 सितंबर, 2023 को सुरेश और उसके दो दोस्त मिलकर दिलीबाबू को शराब पिलाने के बहाने पुडुचेरी ले गए और उसकी हत्या कर दी.

कैसे ली दिलीबाबू की जान?

सुरेश अपने दोस्त दिलीबाबू को चेन्नई के दक्षिण में पड़ने वाले चेंगालपेट के अल्लानूर गांव में लेकर गया. वहां उसे शराब पिलाई. इसके बाद उसे रस्सी से बांध दिया और उस झोपड़ी में आग लगा दी. इसके बाद दोस्तों की मदद से ये खबर फैला दी कि घटना में सुरेश की मौत हो गई है. हालांकि, मरनेवाला सुरेश नहीं दिलीबाबू था. पुलिस ने तीनों आरोपियों को सोमवार यानी 1 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया.

कैसे मिला सुरेश?

सुरेश की मौत की खबर के बाद से दिलीबाबू भी लापता था. उसकी मां ने पुलिस स्टेशन में बेटे के गायब होने की शिकायत भी दर्ज कराई थी. हालांकि, कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने मद्रास हाई कोर्ट का रुख किया. कोर्ट ने पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए. इसके बाद पुलिस ने छानबिन शुरू की. इस दौरान मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि वो सुरेश के साथ रहता था. उससे उसकी गहरी दोस्ती थी. आखिरी बार भी परिवार ने बेटे को सुरेश के साथ ही देखा था.

इधर, मामले में जांच के दौरान 16 सितंबर को पुलिस को एक जली हुई झोपड़ी के अंदर एक जला हुआ शव मिलने की सूचना मिली. जांच में दिलीबाबू के फोन की लोकेशन भी झोपड़ी के आस-पास ही मिली. इसके बाद पुलिस सुरेश के गांव पहुंची, जहां उसके रिश्तेदारों ने कहा कि वह मर चुका है. पुलिस की जांच जारी रही और फिर पुलिस ने सुरेश के कुछ दोस्तों का पता लगाया. इसी दौरान उन्हें पता चला कि सुरेश भी जिंदा है और उसी ने दिलीबाबू की हत्या की थी. पुलिस ने सुरेश और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है.