Citi Group करेगा 2000 से ज्यादा की छंटनी, जाएंगी इन लोगों की नौकरियां

Citi Group करेगा 2000 से ज्यादा की छंटनी, जाएंगी इन लोगों की नौकरियां

नौकरियों के जाने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अभी तक टेक कंपनियों में ही छंटनी की ज्यादा मार देखी जा रही है. अब बैंकिंग सेक्टर का Citi Group भी 2,000 से ज्यादा एम्पलॉईज को नौकरी से निकालने जा रहा है.

दुनियाभर में आईटी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर लोगो को नौकरियों से निकाला है. अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर, मेटा और गूगल सभी में हजारों लोगों की छंटनी हुई है. अब इस कड़ी में बैंकिंग सेक्टर की ग्लोबल कंपनी Citi Group भी शामिल हो गया है. कंपनी अपने कई डिपार्टमेंट से लोगों को नौकरी से निकालने जा रही है. ये संख्या लगभग 2,000 एम्प्लॉइज के बराबर है.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सिटी ग्रुप के कुल एम्प्लॉइज की संख्या करीब 2.40 लाख है. वहीं छंटनी से जुड़ी जानकारी रखने वाले सूत्रों का कहना है कि कंपनी अपने वर्कफोर्स का 1 प्रतिशत से कुछ कम कर सकती है.

इन डिपार्टमेंट के लोगों पर होगा असर

सूत्रों के मुताबिक सिटी ग्रुप के इंवेस्टमेंट बैंकिग डिपार्टमेंट के लोगों पर इस छंटनी का व्यापक असर पड़ेगा. इसके अलावा कंपनी के ऑपरेशंस, टेक्नोलॉजी और अमेरिका में काम करने वाली मॉर्टगेज इकाई के कर्मचारियों को भी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है.

बताया गया है कि ये छंटनी सिटी ग्रुप के सामान्य बिजनेस प्लानिंग का हिस्सा है. कंपनी के बोर्ड ने मैनेजर्स को स्टाफरों की कटौती करने का कोई निर्देश नहीं दिया है. बल्कि अलग-अलग डिपार्टमेंट अलग-अलग कारण बताकर लोगों की छंटनी कर रहे हैं. हालांकि इस बारे में सिटी ग्रुप की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी करने से मना कर दिया गया है.

टेक्नोलॉजी डिवीजन पर खर्च किए अरबों

सिटी ग्रुप ने अपने टेक्नोलॉजी डिवीजन पर हाल के सालों में अरबों डॉलर खर्च किए हैं. कंपनी ने अपने टेक्नीकल इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने पर ये राशि खर्च की थी. कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जेन फ्रेजर का कहना है कि इस निवेश की वजह से कंपनी को अपनी कई मैनुअल प्रोसेस पर डिपेंडेंसी को घटाने में मदद मिली है.

भारत में Axis Bank को बेचा कारोबार

सिटी बैंक ने भारत में अपना कंज्यूमर बिजनेस एक्सिस बैंक को बेच दिया है. भारत में उसका कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस 1 मार्च 2023 से एक्सिस बैंक को ट्रांसफर किया जा चुका है. ये सौदा 11,603 करोड़ रुपये में हुआ है.

जेपी मॉर्गन , गोल्डमैन शैक्स में हो चुकी है छंटनी

कुछ वक्त पहले ही सिटी ग्रुप की प्रतिद्वंदी कंपनी जे.पी. मॉर्गन चेज एंड कंपनी और गोल्डमैन शैक्स में भी हजारों लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया था. जनवरी में दोनों ही कंपनियों ने अब तक की सबसे बड़ी छंटनियों में से एक को अंजाम दिया और अलग-अलग डिपार्टमेंट के हजारों लोगों की छंटनी कर दी.