Cyclone Biparjoy से मुंबई में भारी बारिश, कई उड़ानों पर असर, PM ने बुलाई बैठक
Cyclone Biparjoy: चक्रवात बिपोर्जॉय का महाराष्ट्र में असर दिखने लगा है. मुंबई में भारी बारिश हुई, तेज हवा की वजह से कई जगह पेड़ उखड़ गए. समुंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं और फ्लाइट ऑपरेशन भी प्रभावित हुई है.
Cyclone Biparjoy: चक्रवात बिपोर्जॉय अरब सागर में विक्राल रूप ले चुका है. इसकी वजह से मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई, धूल भरी आंधी और समुंदर में ऊंची लहरें देखी गई. चक्रवात तूफान की वजह से कई फ्लाइट्स भी प्रभावित हुई हैं. मौसम विभाग ने पहले ही महाराष्ट्र को अलर्ट पर रखा है. चक्रवात देवभूमि द्वारका से अभी 380 किलोमीटर दूर है, और 15 जून तक गुजरात के जखाऊ पोर्ट पार करने की संभावना है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है.
चक्रवात को लेकर भारत के कई राज्यों में तेज बारिश, आंधी का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात तट पर तेज हवा की संभावना है. मुंबई में इस दौरान आंधी भरी तूफान आई और कई पेड़ उखड़ गए. पूर्व मध्य अरब सागर में मौसम पर नजर रखने वाली एक संस्था ने बताया कि गंभीर चक्रवात एक अत्यंत गंभीर चक्रवात तूफान में बदल गया है. फिलहाल चक्रवात बिपोर्जॉय 9 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.
#WATCH | Maharashtra: High tidal waves witnessed in Mumbai as cyclone #Biparjoy intensified into a severe cyclonic storm.
(visuals from Gateway of India) pic.twitter.com/UrnR0sahtE
— ANI (@ANI) June 12, 2023
मुंबई एयरपोर्ट पर कई उड़ानें प्रभावित
चक्रवात की वजह से मुंबई एयरपोर्ट पर विमानों का संचालन प्रभावित हुआ है. बड़ी संख्या में यात्री अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं. कई एयरलाइंस कंपनियों ने उड़ानें रद्द कर दी है. रविवार शाम कई उड़ानों की मुंबई में लैंडिंग रद्द कर दी गई. एयर इंडिया ने इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी कर कुछ उड़ानों में देरी की बात बताई.
मरीन ड्राइव पर तेज लहरें, रत्नागिरी में सबसे ज्यादा असर
चक्रवात तूफान की वजह से मुंबई के मरीन ड्राइव पर ऊंची लहरें देखी गई. आईएमडी के मुताबिक, हल्की से मध्यम बारिश के साथ 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में तबाही मचा सकती है. पिछले दो दिनों से रत्नागिरी जिले के तटीय इलाकों में चक्रवात सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है. यहां बीच पर लोग इकट्ठा थे जब वे पानी की तेज लहरों की चपेट में आ गए.