स्कूल में खिलाया बासी छोला, 97 बच्चों का हुआ बुरा हाल; पहुंचे अस्पताल
देवरिया के एक स्कूल में बासी छोले खाकर 97 छात्र बीमार हो गए हैं. इनमें से 47 छात्रों की हालत नाजुक है. इन सभी छात्रों को स्कूल प्रबंधन ने दोपहर के खाने के बाद बचा हुआ छोला रात के खाने में परोस दिया गया था. अब घटना सामने आने के बाद खाद्य एवं औषधि विभाग मामले की जांच कर रहा है.
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के एक स्कूल में बासी छोला खाकर 97 छात्र बीमार हो गए है. फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए इन सभी छात्रों को अस्पताल में ले जाया गया, जहां इनकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने भर्ती कर लिया है. डॉक्टरों के मुताबिक सभी बच्चों की हालत अब खतरे से बाहर है, हालांकि इनमें से 47 बच्चों की स्थिति गंभीर है. इसलिए उन्हें अभी सघन निगरानी में रखने की जरूरत है. घटना आश्रम पद्धति विद्यालय के मेस में रविवार रात की है.
जानकारी के मुताबिक इस स्कूल के मेस में रविवार की दोपहर सभी बच्चों को छोला, पूड़ी और चावल परोसा गया था. दोपहर में बना काफी छोला बच गया, ऐसे में स्कूल प्रबंधन ने यही बचा हुआ छोला रात में भी चावल दाल के साथ बच्चों को परोस दी. इस बासी छोले को खाने के थोड़ी ही देर बाद एक-एक कर छात्रों की तबियत खराब होने लगी. यह सभी छात्र पहले पेट दर्द की शिकायत किए और देखते ही देखते सभी उल्टी करने लगे. इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को अपने स्तर पर कुछ दवाइयां भी दी, लेकिन सोमवार की सुबह तक सभी बच्चों को बुखार चढ़ गया.
47 बच्चों की हालत नाजुक
ऐसे हालात में स्कूल प्रबंधन ने आनन फानन में इन सभी बच्चों के परिजनों को सूचना दी और एंबुलेंस की मदद से बच्चों को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने बच्चों की हालत को देखते हुए तत्काल भर्ती कर लिया और लक्षण के मुताबिक इलाज शुरू किया. डॉक्टरों के मुताबिक कुछ बच्चों को तो प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन 47 बच्चों की हालत नाजुक थी. इसलिए इन सभी बच्चों को सघन निगरानी में रखा गया है. बासी छोला खाने से तबियत बिगड़ने की सूचना पर खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची.
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सैंपल जांच के लिए लैबोरेट्री भेजा
इस टीम ने स्कूल के मेस में छात्रों को परोसे गए खाने का सैंपल भरा है.अधिकारियों के मुताबिक दोपहर का छोला रात में परोसा गया था. चूंकि दिन में गर्मी ज्यादा थी, इसलिए रात में खाने के वक्त तक यह खराब हो गया था और इसी खराब हो चुके छोले को खाने की वजह से बच्चों की तबियत बिगड़ी है. अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल सैंपल जांच के लिए लैबोरेट्री भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.