झारखंड में पहले चरण के लिए चुनाव कल, पूर्व CM चंपई सोरेन समेत कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर

झारखंड में पहले चरण के लिए चुनाव कल, पूर्व CM चंपई सोरेन समेत कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर

झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए बुधवार को वोट डाले जाएंगे. चुनाव आयोग की ओर से वोटिंग की पूरी तैयारी कर ली गई है. इस चरण में कुल 43 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इन सभी सीटों पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हो जाएगी और शाम 5 बजे तक चलेगी.

झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए कल यानी बुधवार को वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 43 सी पर वोट डाले जाएंगे. इसमें 20 सीट अनुसूचित जनजाति जाति जबकि 6 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं जबकि 17 सामान्य सीटें हैं. इस चरण के चुनाव में कुल 683 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें कई दिग्गज नेता भी शामिल हैं.

पहले चरण में कुछ सीटें ऐसी भी हैं जहां पर राज्य के बड़े नेताओं में से किसी की बहू तो किसी के बेटे और पत्नी पर उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने की जिम्मेदारी है. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पोटका सीट से चुनावी मैदान में हैं. उड़ीसा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू पर जमशेदपुर पूर्वी से उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने की जिम्मेदारी है. रघुवर दास की बहु पूर्णिमा दास साहू जमशेदपुर पूर्वी से चुनावी मैदान में हैं.

सरायकेला में पूर्व सीएम चंपई सोरेन की किस्मत दांव पर

वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन स्वयं सरायकेला सीट से अपनी राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए उतरे हैं. इसके साथ ही घाटशिला से उनके बेटे बाबूलाल सोरेन बीजेपी के उम्मीदवार हैं. बाबूलाल सोरेन पर भी पिता चंपाई सोरेन की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही मनोहरपुर सीट से राज्य की पूर्व मंत्री रही वर्तमान में सांसद जोबा मांझी के बेटे जगत मांझी चुनावी मैदान में हैं.

वहीं, हेमंत सोरेन कैबिनेट के 6 मंत्रियों की राजनीतिक साख भी पहले चरण में दाव पर लगी है. इसमें घाटशिला से मंत्री सह प्रत्याशी रामदास सोरेन, मंत्री सह प्रत्याशी डॉ रामेश्वर उरांव, मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री बना गुप्ता, मंत्री मिथिलेश ठाकुर शामिल है.

चुनाव के लिए 15344 मतदान केंद्र

पहले चरण की बात कर तो 43 सीटों के लिए 15344 मतदान केंद्र बनाए गए है, जिसमें शहरी मतदान केंद्र की संख्या 2628 है जबकि ग्रामीण मतदान केंद्र की संख्या 12716 है. इस चरण में कुल मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 36 लाख 85 हजार 509 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 68 लाख 65 हजार 208 है. वहीं, महिला मतदाताओं की संख्या 68 लाख 20 हजार है. वही थर्ड जेंडर मतदाता की संख्या 301 है, जबकि दिव्यांग मतदाता की संख्या 191553 है.

वोटिंग से जुड़ी कुछ अहम जानकारी

43 सीट के लिए बने 15,344 मतदान केंद्र में से 14,394 मतदान केंद्रों पर सुबह 7:00 से शाम 5:00 बजे तक मतदान होगा जबकि 950 बूथों पर सुबह 7:00 से शाम 4:00 बजे तक ही वोटिंग होगी

पहले चरण के 15344 कुल मतदान केंद्रों में से 1152 मतदान केंद्रों की पूरी प्रक्रिया की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ में रहेगी जबकि 23 बूथों की जिम्मेदारी युवाओं और 24 बूथों का जिम्मा दिव्यांगों के हाथों में होगा.

राज्य के सुदूर और नक्सल प्रभावित 950 मतदान केंद्रों पर सुबह 7:00 से शाम 4:00 बजे तक ही मतदान होगा. इनमें से कई मतदान केंद्रों पर हेलीकॉप्टर के जरिए कर्मचारियों को भेजा गया है.

झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि मतदान की निजता अनिवार्य है. बूथ के भीतर मोबाइल फोन ले जाना, फोटो लेना और वीडियो बनाने पर रोक है. ऐसा करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने से लेकर अब तक 179 करोड़, 14 लाख की अवैध सामग्री और नकदी जब्त की गई है, वहीं अब तक 54 केस दर्ज हुए है.

दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को पड़ेंगे वोट

झारखंड में दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि नतीजे महाराष्ट्र चुनाव के साथ 23 नवंबर को सामने आएंगे. राज्य में अभी जेएमएम की अगुवाई वाली इंडिया गठबंधन की सरकार है और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने बांग्लादेशियों की घुसपैठ का मुद्दा उठाया है.

10 राज्यों की 32 सीटों पर उपचुनाव

झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग के साथ बुधवार को 10 राज्यों की 32 सीटों पर उपचुनाव भी होंगे. इसमें 31 विधानसभा सीटें हैं जबकि एक लोकसभा की सीट है. इससे पहले 33 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन सिक्किम की दो विधानसभा सीटों पर निर्विरोध चुने जाने के चलते 31 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. 31 सीटों में से 4 सीट दलित और 6 सीट आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित है जबकि 21 सीट सामान्य वर्ग के लिए हैं. जिन राज्यों में विधानसभा उपचुनाव होने हैं उसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल भी शामिल हैं.

वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी मैदान में

केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव कराए जा रहे हैं. राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हुई है. कांग्रेस ने इस सीट से पार्टी का महासचिव प्रियंका गांधी को उम्मीदवार घोषित किया है. यह पहला मौका है जब कि प्रियंका गांधी चुनावी राजनीति में उतरी हैं. वहीं, लेफ्ट की ओर से सत्यन मोकेरी को मैदान में उतारा गया है. लोकसभा चुनाव में दो सीटों से जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी ने वायनाड की सीट को खाली कर दिया था जबकि रायबरेली की सीट अपने पास रखी है.