‘मरियम’ की मौत से दुखी बब्बर शेर पटौदी की हालत नाजुक, इंफेक्शन बढ़ा तो कानपुर रेफर; सुर्खियों में रही इनकी प्रेम कहानी

‘मरियम’ की मौत से दुखी बब्बर शेर पटौदी की हालत नाजुक, इंफेक्शन बढ़ा तो कानपुर रेफर; सुर्खियों में रही इनकी प्रेम कहानी

गोरखपुर चिड़ियाघर के बब्बर शेर पटौदी की हालत गंभीर है.लीवर इंफेक्शन से ग्रस्त पटौदी को बेहतर इलाज के लिए कानपुर चिड़ियाघर भेजा गया है. मरियम नामक शेरनी की मृत्यु के बाद से ही पटौदी उदास और बीमार था. उसका पाचन खराब होने की वजह से उसे इन दिनों बोनलेस मीट दिया जा रहा है. उसकी भूख भी कम हो गई है. पटौदी और मरियम की प्रेम कहानी भी चर्चा में है.

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर चिड़ियाघर में रह रहे बब्बर शेर पटौदी की हालत नाजुक है. 15वर्षीय इस शेर के लीवर में इंफेक्शन है और यह इंफेक्शन उसके शरीर में लगातार फैल रहा है. काफी इलाज के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर शनिवार की शाम उसे कानपुर चिड़ियाघर के लिए रेफर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि गोरखपुर चिड़ियाघर में ही रह रही शेरनी मरियम की मौत के बाद से पटौदी दुखी रहने लगा था. यहां तक कि उसने खाना भी आधा कर दिया था.

इस खबर में बब्बर शेर पटौदी और शेरनी मरियम की प्रेम कहानी पर चर्चा करेंगे. लेकिन इससे पहले पटौदी की हालत जान लीजिए. गोरखपुर चिड़ियाघर के अधिकारियों के मुताबिक बब्बर शेर पटौदी करीब एक महीने से बीमार है. उसके लीवर संक्रमण हुआ था, लेकिन देखते ही देखते यह संक्रमण उसके अन्य अंगों में भी फैल गया. इसके चलते पटौदी की खुराक भी आधी हो गई है. उसे भूख नहीं लग रही है और पाचन भी बहुत कमजोर हो गया है.

बोनलेस मीट खाकर जिंदा है पटौदी

ऐसे हालात में वह मुश्किल से चार से पांच किलो ही मीट खा पा रहा है. उसकी हालत को देखते हुए उसे बोनलेस मीट देने की कोशिश हो रही है. आम तौर पर एक स्वस्थ शेर दिन भर में कम से कम 12 से 15 किलो मीट खा जाता है. भूख नहीं लगने की वजह से पटौदी दिन प्रति दिन कमजोर होता जा रहा है. पटौदी का इलाज इंडियन वेटनेरी रिसर्च इंस्टिट्यूट बरेली की टीम कर रही है. चूंकि गोरखपुर चिड़ियाघर में पर्याप्त संसाधन नहीं हैं, इसलिए उसे आगे के इलाज के लिए कानपुर चिड़ियाघर ले जाया गया है.

सुर्खियों में रही प्रेम कहानी

कुछ साल पहले तक पटौदी गुजरात के शक्करबाग के जंगलों में स्वछंद भ्रमण करता था. वहां से उसे पकड़ कर इटावा सफारी लाया गया और यहां से उसे गोरखपुर चिड़िया घर में रखा गया था. इटावा सफारी में ही पटौदी की मुलाकात शेरनी मरियम से हुई. फिर दोनों में ऐसा प्रेम प्रसंग हुआ कि दोनों हमेशा साथ नजर आने लगे. बाद में इन दोनों को गोरखपुर चिड़ियाघर शिफ्ट किया गया. यहां भी इनका प्रेम प्रसंग जारी रहा. इसी बीच मरियम की बीमारी की वजह से मौत हो गई.

मरियम की मौत से दुखी था पटौदी

मरियम की मौत के बाद से ही पटौदी दुखी था. इस घटना के बाद हमेशा उछलने-कूदने वाले पटौदी की हालत ऐसी हो गई कि वह अक्सर अपने बाड़े में कहीं एक तरफ गुमसुम बैठा ही नजर आता. इसी दौरान उसके भी बीमार होने की खबर आ गई. शुक्रवार को पटौदी का हाल जानने के लिए वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना पहुंचे थे और उन्होंने ही उसकी हालत देखकर कानपुर रेफर करने के आदेश दिए. इसके बाद शनिवार को उसे कानपुर शिफ्ट कर दिया गया है.