मेरा क्या कसूर? खाद की लाइन में खड़ा था किसान, सिपाही ने डंडे से पीटा; हुआ लाइन हाजिर

मेरा क्या कसूर? खाद की लाइन में खड़ा था किसान, सिपाही ने डंडे से पीटा; हुआ लाइन हाजिर

इस समय किसानों को डीएपी खाद की अत्यधिक जरूरत है, लेकिन खाद केंद्रों में खाद की उपलब्धता कम होने से किसानों के बीच खाद को लेकर मारा-मारी मची है. कुछ केंद्रों में किसान पूरा-पूरा दिन लाइन में लगे रहते हैं और उन्हें पुलिस की लाठी भी सहनी पड़ती है.

देश में किसानों को अन्नदाता कहा जाता है, जो अपना खून-पसीना बहाकर लोगों के पेट के लिए निवाले का इंतजाम करता है, लेकीन अगर यही अन्नदाता को पुलिस लाठी-डंडों से पीटे तो आप इसे क्या कहेंगे? ऐसा ही यूपी के हमीरपुर जिले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में खाद लेने के लिए खाद वितरण केंद्र में जमा किसानों को लाइन में लगाने के लिए पुलिसकर्मी उन्हें डंडे से पीटता नजर आ रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद किरकिरी से बचने के लिए पुलिस अधिकारियों ने आरोपी पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर करते हुऐ मामले की जांच शुरू कर दी.

मामला सुमेरपुर थाना क्षेत्र में स्थित सहकारी समिति का है. गुरुवार को भी हर दिन की तरह सैकड़ों किसान खाद लेने के लिए सुबह से खाद वितरण केंद्र के बाहर लाइन में खड़े थे. भीड़ अधिक होने से किसानों के बीच लाइन में लगने के लिए घक्का-मुक्की हो रही थी, जिसके बाद वहां तैनात पुलिसकर्मी ने किसानों को डंडे से मारकर लाइन में लगाना शुरू कर दिया, जिसका वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया. वायरल वीडियो देख लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठा रहे हैं.

रात-रात भर लाइन में लग रहे किसान

गेहूं की बुआई के लिए किसानों को डीएपी खाद की अत्यधिक जरूरत है, लेकिन खाद केंद्रों में खाद की उपलब्धता कम होने से किसानों के बीच खाद को लेकर मारा-मारी मची है. कुछ केंद्रों में किसान पूरा-पूरा दिन लाइन में लगे रहते हैं. इसके बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पाती तो फिर वो पूरी रात लाइन में ही लगकर काट देते हैं, जिससे उन्हें सुबह जल्दी खाद मिल जाए.

किसानों को नहीं मिल पा रही खाद

इसी के चलते उन्हें पुलिस की अभद्रता भी सहन करनी पड़ती है. ऐसा आज दिखाई दिया, जहां किसानों को पुलिस की लाठी खानी पड़ी. किसान नेता संतोष सिंह की मानें तो पूरे जिले में किसी भी सरकारी खाद वितरण केंद्र में पर्याप्त खाद नहीं है. जिन किसानों को 10 बोरी खाद चाहिए, उन्हें दो बोरी खाद दी जा रही है. प्राइवेट दुकानों में खाद दोगुने दामों में मिल रही है. मजबूरन किसान खरीद रहे हैं.

सीओ करेंगे मामले की जांच

खाद के लिए लाइन में लगे किसानों पर पुलिसकर्मी द्वारा डंडा बरसाने का वीडियो वायरल होने के बाद विभाग को फजीहत से बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने वीडियो को संज्ञान में लेकर आरोपी सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया. वहीं इस मामले में सुमेरपुर थाना प्रभारी राकेश कुमार की मानें तो पूरे मामले की जांच की जा रही है, लेकीन इस घटना से जिले के किसानों में खासी नराजगी है. जो खाद मांगने के बदले लाठी मिलने को जिला प्रशासन की नाकामी बता रहे हैं. वहीं इस मामले की जांच खुद सीओ करेंगे.