India Pakistan Match: गुजरात की इकोनॉमी देख दुनिया रह जाएगी हैरान, शर्मसार होगा पाकिस्तान!

India Pakistan Match: गुजरात की इकोनॉमी देख दुनिया रह जाएगी हैरान, शर्मसार होगा पाकिस्तान!

जुलाई के आखिरी हफ्ते में देश के सबसे बड़े लेंडर एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में गुजरात की इकोनॉमिक ग्रोथ और जीडीपी का अनुमान लगाया गया था. एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया था कि वित्त वर्ष 2028 में जब भारत की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन की होगी तो उसमें गुजरात की भागेदारी 386 बिलियन डॉलर की होगी.

इंडिया पाकिस्तान साल 2023 में तीसरी बार क्रिकेट के मैदान में आमने सामने होंगे. कई सालों के बाद ऐसा देखने को मिला है. पिछले दो बार से ज्यादा अहम मुकाबला आज होने जा रहा है. यह मैच अहमदाबाद में स्थित दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा, जोकि गुजरात में हैं. मैच से अलग गुजरात की इकोनॉमी की करें तो दुनिया हैरान रह जाएगी. यहां तक कि एक देश होते हुए पाकिस्तान शर्मसार हो सकता है. जी हां, ये बात हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि गुजरात और पाकिस्तान की जीडीपी बराबर सी ही है. दोनों की जीडीपी खासकर डॉलर में कोई खास फर्क नहीं है. अगर बात इकोनॉमिक ग्रोथ की बात करें तो पाकिस्तान इस मामले में गुजरात से काफी पीछे है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर गुजरात की जीडीपी कितनी है और इकोनॉमिक ग्रोथ कैसी है?

पाकिस्तान की जीडीपी और इकोनॉमिक ग्रोथ

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा समय में पाकिस्तान की जीडीपी एशिया में भारत, चीन और एशिया के दूसरे देशों के मुकाबले काफी कम है. आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में कंगाल पाकिस्तान की जीडीपी 341.5 बिलियन डॉलर की है. दुनिया में पाकिस्तान इकोनॉमी के लिहाज से दुनिया का 46वां सबसे बड़ा देश है. जिसकी आबादी 24 करोड़ से ज्यादा है. खास बात तो ये है देश की इकोनॉमिक ग्रोथ भारत के मुकाबले भी काफी कम है. आंकड़ों के अनुसार अनुमान है कि मौजूदा वित्त वर्ष में पाकिस्तान की इकोनॉमिक ग्रोथ 3.5 फीसदी रह सकती है. जबकि बीते वित्त वर्ष यह ग्रोथ 0.5 फीसदी थी. जबकि उससे पहले पाकिस्तान की इकोनॉमिक ग्रोथ 6 फीसदी के आसपास थी.

गुजरात की जीडीपी और इकोनॉमिक ग्रोथ

वहीं गुजरात की जीडीपी की बात करें तो मौजूदा वित्त वर्ष में इसके 321 अरब डॉलर होने का अनुमान है. जोकि पाकिस्तान के मुकाबले मामूली रूप से कम है. खास बात तो ये है कि मौजूदा समय में गुजरात इकोनॉमी के लिहाज से देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है. अगर बात इकोनॉमिक ग्रोथ की करें तो बीते वित्त वर्ष में 15 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली थी, जो उससे पहले के वित्त वर्ष में 19 फीसदी से ज्यादा की थी. मौजूइा वित्त वर्ष में गुजरात की इकोनॉमिक ग्रोथ का अनुमान 13 फीसदी से ज्यादा का लगाया गया है. अब आप समझ गए होंगे कि गुजरात की इकोनॉमी और उसकी ग्रोथ को देखकर पाकिस्तान को भी शर्म आ जाएगी.

एसबीआई ने क्या लगाया है अनुमान

जुलाई के आखिरी हफ्ते में देश के सबसे बड़े लेंडर एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में गुजरात की इकोनॉमिक ग्रोथ और जीडीपी का अनुमान लगाया गया था. एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया था कि वित्त वर्ष 2028 में जब भारत की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन की होगी तो उसमें गुजरात की भागेदारी 386 बिलियन डॉलर की होगी. रिपोर्ट के अनुसार देश की कुल जीडीपी में गुजरात का कंट्रीब्यूशन 7 फीसदी से ज्यादा का होगा. साथ ही गुजरात की जीडीपी कोलंबिया की जीडीपी के बराबर हो जाएगी. इकोरैप की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात से आगे कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र होंगे.