कार टेस्टिंग का ग्लोबल हब बनेगा इंडिया, सरकार ने 252% की कस्टम ड्यूटी हटाई
Car Testing in India: बजट स्पीच में फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कार टेस्टिंग के लिए भारत आने वाली कारों पर कस्टम ड्यूटी माफ करने का ऐलान किया है. इस फैसले से इंडिया कार टेस्टिंग बिजनेस का ग्लोबल हब बनने के रास्ते पर बढ़ेगा.
Custom Duty Exempted in Budget: यूनियन हैवी इंडस्ट्री मिनिस्टर महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार ने क्रैश टेस्ट (Car Crash Test) के लिए इंपोर्ट होने वाली गाड़ियों पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी हटा ली है. मिनिस्टर ने बताया कि टेस्टिंग के लिए इंपोर्टेड गाड़ियों पर लिया जाने वाली 252 फीसदी कस्टम ड्यूटी को हटा लिया गया है. इस कदम से देश कार टेस्टिंग के ग्लोबल बिजनेस में आगे बढ़ते हुए ग्लोबल हब बनेगा. यूनियन फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने Budget2023 स्पीच में जीरो कस्टम ड्यूटी का ऐलान किया, जो 1 अप्रैल 2023 से लागू होगा.
इससे पहले कोई भी विदेशी कार मैन्यूफैक्चरर अगर इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की सेफ्टी टेस्टिंग के लिए अपनी गाड़ी को इंडिया लाते तो 252 फीसदी की कस्टम ड्यूटी लगती थी. हालांकि, यूनियन बजट 2023 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस कस्टम ड्यूटी को जीरो कर दिया है. एएनआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इससे भारत कार सेफ्टी टेस्टिंग बिजनेस में बढ़िया कंपटीशन देगा.
ज्यादा कस्टम ड्यूटी का असर
हैवी इंडस्ट्री मिनिस्टर ने कहा इंपोर्टेड गाड़ियों पर पहले की कस्टम ड्यूटी काफी ज्यादा थी. यह गाड़ियों की डिक्लेर्ड वैल्यू के 252 फीसदी का आदेश था जिसमें बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी, माल और बीमा शुल्क शामिल हैं. इतनी भारी कस्टम ड्यूटी ग्लोबल बिजनेस और सर्विस में टेस्टिंग एजेंसियों को कंपटीशन से बाहर कर देती है, जिसका असर देश के कार टेस्टिंग बिजनेस पर पड़ता है.
कार टेस्टिंग में भारत दुनिया का छठा देश
केंद्रीय मंत्री पांडे ने आगे बताया कि सिर्फ पांच देशों पास ही इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की कार सेफ्टी टेस्ट फैसिलिटी है. यूनाइटेड किंगडम में दो टेस्टिंग फैसिलिटी हैं. वहीं, जर्मनी, जापान, चीन और ताइवान भी उन पांच देशों में शामिल हैं, जहां कार टेस्टिंग की सुविधा मौजूद है. अब इंडिया ग्लोबल कार टेस्टिंग सेंटर वाला दुनिया का छठा देश बन गया है.
कार टेस्टिंग में इन देशों की रुचि
केंद्रीय मंत्री पांडे ने आगे बताया कि सिर्फ पांच देशों पास ही इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की कार सेफ्टी टेस्ट फैसिलिटी है. यूनाइटेड किंगडम में दो टेस्टिंग फैसिलिटी हैं. वहीं, जर्मनी, जापान, चीन और ताइवान भी उन पांच देशों में शामिल हैं, जहां कार टेस्टिंग की सुविधा मौजूद है. अब इंडिया ग्लोबल कार टेस्टिंग सेंटर वाला दुनिया का छठा देश बन गया है.