आतंकियों ने मारी थी गोली, सरकार ने छोड़ा तो सपा विधायक ने जेब से दिए इलाज के पैसे
आतंकियों की गोली से घायल दिनेश के लिए कानपुर में सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी देवदूत बनकर उभरे हैं. पैसे के अभाव में इलाज छोड़ चुके दिनेश को विधायक ने अपने सैलरी एकाउंट से 20 हजार रुपये का चैक दिया है. साथ ही भरोसा दिया है कि और पैसों की जरूरत पड़ी तो उसकी भी व्यवस्था वह करेंगे.
जम्मू में हुए आतंकी हमले में घायल कानपुर के युवक दिनेश को भले ही सरकार ने बिसरा दिया, लेकिन सपा विधायक बाजपेयी उसके लिए देवदूत बन गए हैं. विधायक ने दिनेश को दिल्ली जाकर इलाज कराने के लिए अपने जेब से पैसों की व्यवस्था की. साथ ही भरोसा दिया है कि उसे पैसे के अभाव में अब इलाज रोकने की जरूरत नहीं है. दिनेश को लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल ने आगे के इलाज के लिए दिल्ली रैफर कर डिस्चार्ज कर दिया था, लेकिन वह पैसे ना होने की वजह से दिल्ली नहीं जा पाया.
सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी के मुताबिक उन्हें किसी ने दिनेश की हालत के बारे में बताया. वह तुरंत उसके घर पहुंचे और अपने सैलरी वाले एकाउंट से उसे 20 हजार रुपये का चैक दिया. उन्होंने दिनेश को कहा कि यदि और पैसों की जरूरत पड़ी तो उसका भी इंतजाम वह करेंगे. इसी के साथ विधायक ने राज्य सरकार और चिकित्सा मंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने चिकित्सा मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि जितना जोर वह दूसरे दल के नेताओं को बीजेपी में शामिल कराने पर देते हैं, उतना ही अच्छे डॉक्टरों को अस्पतालों में लाने पर करना चाहिए.
जम्मू में हुआ था प्राथमिक इलाज
इससे दिनेश जैसे सैकड़ों लोगों को दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आतंकियों की गोली लगने से घायल दिनेश का प्राथमिक इलाज जम्मू के अस्पताल में हुआ था, लेकिन वहां से केवल पैर से गोली निकाल कर घर भेज दिया गया. कानपुर लौटने के बाद दिनेश हैलेट अस्पताल में भर्ती हुआ, लेकिन घाव काफी गहरा था, इसलिए केजीएमयू लखनऊ के लिए रैफर कर दिया गया. दिनेश के परिजनों ने बड़ी मुश्किल से कर्ज से लेकर दिनेश को केजीएमयू में भर्ती कराया, लेकिन अब यहां से उसे दिल्ली एम्स के लिए रैफर किया गया है.
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पैसे के अभाव में नहीं हो पा रहा था इलाज
उसके परिजनों के मुताबिक अब उनके पास इलाके कराने के लिए पैसा नहीं है. ऐसे में घर के कोने में लेटे लेटे दिनेश अपने अंतिम समय का इंतजार कर रहा था. इतने में बुधवार को आर्यनगर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी मददगार बनकर उसके घर पहुंच गए. विधायक ने सरकार और चिकित्सा मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अब चुनाव खत्म हो चुका है. मंत्री जी को चाहिए कि अब कुछ अच्छे डॉक्टरों को अपने अस्पतालों में शामिल कराएं. ताकि मरीजों को दिल्ली तक की दौड़ न लगानी पड़े. उन्होंने इस संबंध में सरकार और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा है.