सुपर पावर बनने को बेताब चीन! क्या जासूसी बैलून को मार गिरा US ने कर दी बड़ी गलती
चीन अपने रक्षा बजट में लगातार ही इजाफा कर रहा है, वहीं यूएस भी अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए पहले से ही कमर कसे हुए है.
अमेरिका में हाल ही में एक चाईनीज बैलून दिखाई दिया है जिसे अमेरिकी सरकार जासूसी बैलून करार दे रही है. इस बैलून को अमेरिका ने मिसाइल से उड़ा दिया है. अमेरिका के इस कदम ने चीन और अमेरिका के बीच आपसी तकरार को और भी बढ़ावा दे दिया है. अमेरिका खुद को पहले ही महाशक्ति करार दे चुका है वहीं चीन भी इस दौरान खुद को सर्वशक्तिमान बनने का दावा कर रहा है. अमेरिका ने अपने रक्षा बजट को पिछली साल बढ़ाकर 858 बिलियन डॉलर कर लिया था.
लेकिन चीन ने भी अपने रक्षा बजट में लगातार वृद्धि की है. चीन ने अपना रक्षा बजट 293 बिलियन डॉलर रखा है. जो कि दूसरे नंबर का सबसे ज्यादा बजट है. अमेरिका के पास एक्टिव आर्मी की बात की जाए तो 482,416 एक्टिव मेंबर हैं. जबकि चीन की आर्मी दुनिया की सबसे बड़ी आर्मी होने के साथ 20 लाख सैनिकों से लैस है. अमेरिका की आर्मी में 8,848 एक्टिव टैंक्स हैं जबकि चीन की बात की जाए तो 3700 एक्टिव टैंक हैं.
महाशक्ति बनने की होड़
चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के पास अगर लड़ाकू विमान की बात की जाए तो 4000 एयरक्राफ्ट है जिनमें से 2300 फाइटर जेट्स हैं. वहीं अमेरिका की आर्मी की बात की जाए तो यूएस आर्मी के पास 5217 टोटल एयरक्राफ्ट हैं जिनमें से 2785 लड़ाकू विमान हैं. चाइनीज नेवी के पास 422 फ्लीट यूनिट्स हैं, जबकि अमेरिका के पास इससे कहीं ज्यादा हैं.
एक से बढ़कर एक तकनीक
अमेरिका के हथियारों में सबसे खतरनाक टैंक द ब्लैक नाइट टैंक हैं. इसे सबसे ज्यादा खतरों वाली जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिमोट कंट्रोल से भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें 30 एमएम की कैनन और 7.62 एमएम की मशीन गन लगी होती है. वहीं चाइना की बात की जाए तो उसके पास टाइप99 टैंक है. जो कि चीन के साभी टैंक में सबसे ज्यादा विनाशक है. यह 70 टन अमेरिकन अब्राहम और 48 टन रसियन टी-90 के बीच में स्टैंड करता है. इसमें 125 एमएम स्मूथबोर होती है. इसे दुनिया के सबसे ज्यादा मजबूत टैंक की लिस्ट में शुमार किया गया है.
भारत भी फहरिस्त में
रक्षा बजट के मामले में अमेरिका फिलहाल चीन के रक्षा बजट से लगभग तीन गुना ज्यादा है लेकिन चीन भी हर साल अपने रक्षा बजट में इजाफा कर रहा है. महाशक्ति बनने की होड़ दोनों देशों को आर्मी को बढ़ाने और उसे ज्यादा से ज्यादा मजबूत करने पर है. दोनों ही सेनाओं के पास अत्याधुनिक हथियार मौजूद हैं. हालांकि इस फहरिस्त में भारत भी ज्यादा पीछे नहीं है. भारत ने भी इस साल अपने रक्षा बजट में भारी इजाफा किया है.