धारावी में मस्जिद विवाद पर हंगामा पर पुलिस का एक्शन, 3 अरेस्ट, दंगा भड़काने का आरोप

धारावी में मस्जिद विवाद पर हंगामा पर पुलिस का एक्शन, 3 अरेस्ट, दंगा भड़काने का आरोप

Dharavi Mosque News: महाराष्ट्र के धारावी में अनाधिकृत मस्जिद तोड़ने के मामले हुए हंगामे पर पुलिस ने एक्शन लिया है. दंगा भड़काने और बीएमसी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

मुंबई के धारावी में मस्जिद का अनाधिकृत हिस्सा गिराने को लेकर हंगामा बरपा था. पुलिस ने हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी. धारावी पुलिस ने अब तक इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तार किया है. तीनो पर दंगा भड़काने का आरोप है. तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया.

इन तीनों आरोपियों परभारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 190, 184(4), 191(2), 324(3), 132, 189 (1,2), 191(3) के तहत केस दर्ज किया गया है. इसमें बीएमएस की धारा 132 गैर जमानती भी शामिल है. बीएनएएस की धारा 132 के तहत सरकारी काम में बाधा देने का आरोप लगाया गया है.

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के नाम साहिल अंसारी, मोहम्मद सकील खान और मोहम्मद साहिल शाह हैं.

मस्जिद को लेकर हुआ था विवाद

बता दें कि अनाधिकृत मस्जिद तोड़ने जब नगर निगम की टीम पहुंची थी तो तनाव पैदा हो गया. भीड़ ने नगर निगम की गाड़ी भी तोड़ दी. देखते ही देखते मुस्लिम समुदाय की भारी भीड़ सुब्हानी मस्जिद इलाके में जमा हो गयी. अंततः सुभानी मस्जिद के ट्रस्टियों ने लिखित आश्वासन दिया कि हम 4-5 दिनों के भीतर अनधिकृत निर्माण को ध्वस्त कर देंगे और नगर निगम प्रशासन ने अनुरोध स्वीकार कर लिया. इसके बाद नगर निगम की गाड़ियां और कर्मचारी वापस लौट गये.

विवाद पर देवेंद्र फडणवीस ने कही ये बात

गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मस्जिद के ट्रस्टियों द्वारा दिए गए लिखित नोटिस के अनुसार, वे 5-6 दिनों के भीतर स्वयं निर्माण को ध्वस्त कर देंगे, लेकिन स्थानीय लोगों ने अब कहा है कि वे इस पर रोक लगाने के लिए कोर्ट जाएंगे. उनका कहना है कि बुलडोजर राज नहीं चलेगा. जिस तरह से नगर निगम की गाड़ी को तोड़ा गया और अनाधिकृत निर्माण को तोड़ने से रोका गया. नितेश राणे ने इसकी आलोचना की है.

विरोध के बाद वापसी लौटी निगम की टीम

सुभानी मस्जिद धारावी में स्थित है. उस धारावी का पुनर्विकास अडानी ग्रुप द्वारा किया जा रहा है. कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ का कहना है कि चूंकि धारावी खुद पुनर्विकास में चली गई है. इसलिए नगर निगम को कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है. सोमैया का आरोप है कि नगर निगम कार्रवाई के लिए आने से एक दिन पहले भीड़ इकट्ठा करने के लिए एक पत्र वायरल किया गया था. अनाधिकृत निर्माण हटाने का पत्र जारी करने के बाद नगर निगम ने कार्रवाई वापस ले ली. तो आगे क्या होगा यह अगले 6 दिनों में देखा जाएगा.

हंगामे पर पुलिस का एक्शन

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जी-नॉर्थ प्रशासनिक प्रभाग से बीएमसी अधिकारियों की एक टीम धारावी में 90 फीट रोड पर महबूब-ए-सुभानी मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को ध्वस्त करने के लिए सुबह 9 बजे पहुंची. जल्द ही, बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी घटनास्थल पर एकत्र हो गए और नगर निगम के अधिकारियों को उस सड़क पर प्रवेश करने से रोक दिया जहां मस्जिद स्थित थी. इस अधिकारी ने कहा, ‘बाद में सैकड़ों लोग धारावी पुलिस स्टेशन के बाहर भी जमा हो गए और नगर निगम की कार्रवाई के विरोध में सड़कों पर बैठ गए. अब इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को अरेस्ट किया और कार्रवाई शुरू की है.