बच्चों की परवरिश में पर्सनालिटी का भी रखें ध्यान, कामयाबी की राह बनेगी आसान
पेरेंट्स को बचपन से बच्चों की पर्सनालिटी पर जोर देना चाहिए. यहां हम बताने जा रहे हैं कि पेरेंट्स किस तरह पर्सनालिटी के टाइप को ध्यान में रखकर बच्चे की परवरिश कर सकते हैं.
बड़ा हो या बच्चा हर किसी की अपनी एक अलग पर्सनालिटी होती है. हमारा व्यक्तित्व दूसरों के सामने छवि को तैयार करता है इसलिए इसका बेहतर होना बहुत जरूरी है. बच्चों की पर्सनालिटी के भी की टाइप होते हैं और इन्हीं को ध्यान में रखकर उसकी परवरिश करनी चाहिए. चाइल्ड का पहला स्कूल उसका घर होता है और पेरेंट्स टीचर्स होते हैं. परवरिश के दौरान माता-पिता को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए जिसमें से एक पर्सनालिटी डेवलपमेंट भी है.
पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों लाइफ में पर्सनालिटी का बेस्ट होना जरूरी है. पेरेंट्स को बचपन से बच्चों की पर्सनालिटी पर जोर देना चाहिए. यहां हम बताने जा रहे हैं कि पेरेंट्स किस तरह पर्सनालिटी के टाइप को ध्यान में रखकर बच्चे की परवरिश कर सकते हैं.
जिज्ञासु
कई बच्चे खोजी या जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं. इस पर्सनालिटी वाले बच्चों में जानने की चाहत इतनी होती है कि उनके अंदर निडर भाव बसा हुआ होता है. बच्चे कुछ भी नया करने में झिझकते नहीं है और इनके पेरेंट्स को उनके लिए नए प्लेटफॉर्म तलाशने चाहिए. ऐसा करने से बच्चे के स्किल्स डेवलप हो पाएंगे और कामयाबी की राह आसान बनेगी.
परफॉर्म करने वाले
कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो हर चीज में बेस्ट परफॉर्म करने का जज्बा रखते हैं. इस पर्सनालिटी वाले बच्चों को परफॉर्मर पुकारा जाता है. ऐसे बच्चे खुद को प्रजेंट करने में हिचकिचाते नहीं है और वे बिल्कुल शांत नहीं होते. इस नेचर वाले बच्चों के पेरेंट्स को उन्हें रोकना या टोकना नहीं चाहिए बशर्ते चाइल्ड किसी गलत एक्टिविटी को न करे. बच्चा स्टेज पर डांस या मिमिक्री करना चाहे तो माता-पिता को उसे बढ़ावा देना चाहिए.
शरारती बच्चे
अमूमन हर बच्चा शरारती या वाइल्ड नेचर का होता है. उन्हें हर समय मौज मस्ती करनी होती है और इन्हें संभालना किसी टास्क से कम नहीं है. ऐसे बच्चे भी नई चीजों को एक्सप्लोर करने में पीछे नहीं रहते हैं. इस नेचर वाले बच्चों के व्यक्तित्व में सुधार लाने के लिए पेरेंट्स को उन एक्टिविटी की मदद लेनी चाहिए जिसमें उनका इंटरेस्ट हो.