पुणे: मकसद एक- किसी हाल में जिंदा नहीं छोड़ना, NCP नेता मर्डर केस में क्यों आ रहा गैंगस्टर का नाम?

पुणे: मकसद एक- किसी हाल में जिंदा नहीं छोड़ना, NCP नेता मर्डर केस में क्यों आ रहा गैंगस्टर का नाम?

पुणे में एनसीपी नेता वनराज हत्याकांड में तीन बदमाशों को पुलिस ने अरेस्ट किया है. पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बाकी सात आरोपियों की भी पहचान कर ली है. पुलिस ने उन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए दबिश तेज कर दी है.

महाराष्ट्र के पुणे में एनसीपी नेता वनराज अंडेकर की हत्या कांड को कुल 10 बदमाशों ने मिल कर किया था. हालांकि पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है. वहीं बाकी आरोपियों की पहचान के बाद पुलिस इनकी तलाश में दबिश तेज कर दी है. बाइक पर सवार होकर आए इन बदमाशों ने नाना पेठ इलाके में एक चौराहे पर अकेले खड़े पूर्व पार्षद और एनसीपी नेता वनराज अंडेकर को घेर कर पहले गोली मारी थी और बाद में कोयते से बुरी तरह गोद दिया था.इस वारदात के लिए निकलते समय आरोपियों के सामने ‘मास्टरमाइंड’ ने इनका मसकद साफ कर दिया था कि किसी हाल में वनराज को जिंदा नहीं छोड़ना है.

पुलिस के मुताबिक घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद आरोपियों की पहचान की गई है. इनमें कुख्यात गैंगस्टर बंडू उर्फ ​​सूर्यकांत अंडेकर का दामाद गणेश कोमकर भी शामिल है. पुलिस के मुताबिक यह सभी बदमाश गणेश कोमकर के नेतृत्व में इस वारदात को अंजाम देने आए थे. पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि वनराज अंडेकर की हत्या इन बदमाशों ने एक योजना के तहत अंजाम दी है. इन बदमाशों की योजना पहले से थी कि वारदात को अंजाम देते समय मौके पर अंधेरा कर दिया जाएगा. इसके लिए बदमाशों ने इलाके की बिजली गुल कर दी थी.

ऐसे हुई वारदात

सीसीटीवी फुटेज से मिले इनपुट के मुताबिक वनराज अंडेकर चौराहे पर खड़े थे. इतने में अचानक से लाइट कटी और तीन चार बाइक पर सवार होकर करीब 10 लोग वहां पहुंच गए. आरोपियों ने वनराज को चारो ओर से घेर लिया और फायरिंग करने लगे. ऐसे में खुद के बचाव के लिए वनराज घर की ओर भागने लगे. इतने में एक बदमाश दौड़ कर उनके नजदीक पहुंचा और उन्हें लक्ष्य कर फायर कर दिया. गोली वनराज के सिर में लगी और वह जमीन पर गिर कर तड़पने लगे. इसके बाद बदमाश ने कई और फायर किए.

अलग अलग दिशा में भागे बदमाश

इसके बाद बदमाश वापस बाइक पर बैठकर भागने लगे. इतने में एक बदमाश चिल्लाया कि यह जिंदा है. इसके बाद वह बदमाश बाइक से उतर कर आया और कोयते तो ताबड़तोड़ वार किए. वहीं जब बदमाशों को यह भरोसा हो गया कि वनराज की मौत हो चुकी है तो बदमाश वहीं से अलग अलग दिशा में बाइक चलाते हुए फरार हो गए. पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच में पता चला है कि बदमाशों ने यह वारदात निजी रंजिश की वजह से अंजाम दिया है. वहीं इस वारदात की रूपरेखा जेल में बैठकर बंडू उर्फ सूर्यकांत अंडेकर ने तय की है.