मीडिया का मुंह बंद कर रही सरकार… बीबीसी दफ्तरों में सर्वे पर भड़के राघव चड्ढा

मीडिया का मुंह बंद कर रही सरकार… बीबीसी दफ्तरों में सर्वे पर भड़के राघव चड्ढा

राघव चड्ढा ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि बीबीसी के दफ्तरों पर छापे मारकर बीजेपी सरकार ने वो साबित कर दिया है जिसका दुनिया को शक था

गुजरात दंगों को लेकर पीएम मोदी पर डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली बीबीसी के दफ्तरों पर आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को सर्वे किया. इस कार्रवाई को लेकर अब आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट किया है और केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि बीबीसी के दफ्तरों पर छापे मारकर बीजेपी सरकार ने वो साबित कर दिया है जिसका दुनिया को शक था. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी की सरकार मीडिया का मुंह बंद कर रही है.

उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘बीबीसी ऑफिस पर रेड से बीजेपी सरकार ने वो साबित कर दिया है कि जो पुरी दुनिया को शक था- कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सरकार मीडिया का मुंह बंद कर रही है और प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक रैंकिंग में कुछ सच्चाई थी – भारत की जी20 अध्यक्षता के समय एक अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी.

क्यों किया जा रहा है सर्वे?

बता दें, आयकर विभाग ने मंगलवार को दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालयों और दो अन्य संबंधित स्थानों पर 10 घंटे से अधिक समय तक सर्वे ऑपरेशन चलाया. वहीं इस सर्वे को लेकर भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दलों के बीच तीखी राजनीतिक बहस शुरू हो गई. विपक्ष ने इस कदम की जहां निंदा की वहीं बीजेपी ने बीबीसी पर भारत के खिलाफ जहरीली रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया.

अधिकारियों ने कहा कि सर्वे इंटरनेशनल टैक्सेशन और बीबीसी की सहायक कंपनियों के ट्रांसफर प्राइसिंग से संबंधित मुद्दों की जांच के लिए किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि विगत में बीबीसी को नोटिस दिया गया था लेकिन उसने उस पर गौर नहीं किया और उसका पालन नहीं किया और उसने अपने मुनाफे के खास हिस्से को कहीं और ट्रांसफर किया.

बीबीसी ने क्या कहा?

उन्होंने कहा कि विभाग, लंदन मुख्यालय वाले सार्वजनिक प्रसारक और उसकी भारतीय शाखा के कारोबारी संचालन से जुड़े दस्तावेजों पर गौर कर रहा है. इस बीच बीबीसी ने कहा कि वह आयकर अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहा है. बीबीसी के प्रेस कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘आयकर अधिकारी इस समय नयी दिल्ली और मुंबई में बीबीसी कार्यालयों में हैं और हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि यह स्थिति जल्द से जल्द सुलझ जाएगी.

(भाषा से इनपुट)