‘मोदी-अडानी एक…सरकार के मंत्री बचाने में लगे’, राहुल ने कहा- RSS-BJP वाले सत्ताग्रही
कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन के आखिरी दिन यहां पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचे. उन्होंने अपने संबोधन में गौतम अडानी मामले का जिक्र किया और पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को फिर से निशाने पर लिया. पढ़ें राहुल के संबोधन की बड़ी बातें...
कांग्रेस का रायपुर महाधिवेशन आज समाप्त हो रहा है. आखिरी दिन यहां पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने देश के हालात, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और गोतम अडानी मामले पर भी बात की. उन्होंने कहा कि जबतक अडानी की सच्चाई सामने नहीं आएगी, तबतक हम सवाल पूछते रहेंगे. उन्होंने बीजेपी-आरएसएस को ‘सत्ताग्रही’ बताया और कहा कि हम ‘सत्यग्रही’ हैं. पढ़ें राहुल की 10 बड़ी बातें…
- महाधिवेशन में कांग्रेस नेता और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा, “मैंने संसद में एक उद्योगपति पर आक्रमण किया। मैंने सिर्फ एक सवाल पूछा कि मोदी जी आपका अडानी जी से रिश्ता क्या है? पूरी भाजपा सरकार अडानी जी की रक्षा करने लग गई. वे कहते हैं कि जो अडानी जी पर आक्रमण करता वह देशद्रोही है… अडानी जी और मोदी जी एक हैं.” उन्होंने कहा कि हम एक बार नहीं, हजार बार सवाल पूछेंगे, जब तक अडाणी जी की सच्चाई सामने नहीं आएगी तब तक सवाल पूछते रहेंगे.
- कांग्रेस नेता ने अडानी समूह के खिलाफ जांच को लेकर कहा, “मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन यह सच्चाई का खुलासा करता है कि अगर दोस्त नहीं है तो उन्हें जांच के लिए सहमत होना चाहिए था. रक्षा क्षेत्र में शेल कंपनियों की कोई जांच नहीं हुई और वहां बहुत बेनामी पैसा है. राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री ने उस पर कुछ नहीं कहा… यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री उनकी रक्षा कर रहे हैं.
- भारत जोड़ो यात्रा और कश्मीर में तिरंगा फहराने का जिक्र कहते हुए राहुल गांधी ने पीएम मोदी को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने श्रीनगर में बीजेपी के 15-20 लोगों के साथ तिरंगा फहराया था, जबति हमने कश्मीर के लाखों युवाओं के जरिये तिरंगा फहराया.
- राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, “सावरकर की विचारधारा है अगर जो आपके सामने आपसे ताकतवर, मजबूत है उसके सामने सर झुका दो. हिंदुस्तान के मंत्री चीन से कह रहा है कि आपकी अर्थव्यवस्था हमसे बड़ी है इसलिए हम आपके सामने नहीं खड़े हो सकते. इसको देश भक्ति कहते हैं क्या? यह कौन सी देश भक्ति है?”
- कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “एक मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था भारत से बड़ी है तो हम उनसे कैसे लड़ें? जब अंग्रेज हम पर राज करते थे तो क्या उनकी अर्थव्यवस्था हमसे छोटी थी? यानी जो आपसे ताकतवर है उनसे लड़ें ही मत. इसको कायरता कहते हैं.” उन्होंने कहा कि जो आपसे कमजोर है उससे लड़ने को कायरता कहा जाता है, यह राष्ट्रवाद नहीं है.
- भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, “मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 किलोमीटर चल लूंगा, लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया. भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो.”
- कांग्रेस के महाधिवेशन में राहुल ने आगे कहा, “मैं 1977 में 6 साल का था. मुझे चुनाव के बारे में नहीं पता था. मैंने मां से पूछा कि क्या हुआ? मां ने कहा कि हम घर छोड़ रहे हैं. तब तक मुझे लगता था कि वह हमारा घर है… मैं इस बात पर हैरान था. 52 साल हो गए, मेरे पास घर नहीं है.”
- राहुल गांधी ने कहा, ‘संसद की कार्यवाही से हमारी बातों को हटा दिया गया..हम सवाल पूछते रहेंगे. हम एक बार नहीं, हजार बार सवाल पूछेंगे. जब तक अडाणी जी की सच्चाई नहीं सामने आएगी तब तक सवाल पूछते रहेंगे.
- राहुल गांधी ने भविष्य में ‘भारत जोड़ो यात्रा” की तरह के किसी अन्य कार्यक्रम का संकेत देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ‘तपस्या’ का कार्यक्रम बनाएं, उसमें सभी लोग शामिल होंगे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हम सत्याग्रही हैं और भाजपा-आरएसएस वाले ‘सत्ताग्रही’ हैं.
- राहुल ने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा. मैं अपने देश के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चला. यात्रा के दौरान हजारों लोग मुझसे और पार्टी से जुड़े. मैंने किसानों की सभी समस्याओं को सुना और उनके दर्द को महसूस किया. हमने भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से कश्मीर के युवाओं में तिरंगे के लिए प्यार जगाया, भाजपा ने इसे छीन लिया.”