बिजनेस ट्रिप पर तुर्की गए थे विजय कुमार, भूकंप के बाद होटल के मलबे में मिला शव
तुर्की के भूकंप में जान गंवाने वाले 36 साल के विजय कुमार 25 जनवरी को तुर्की गए थे और मालट्या के अवसर होस्टल में रह रहे थे
तुर्की में 6 फरवरी को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई. उनकी पहचान 36 साल के विजय कुमार के तौर पर हुई है जो कंपनी के काम के लिए तुर्की गए थे. यहां वह एक होटल में रुके हुए थे. भूकंप आने के बाद से वह लापता थे जिसके बाद आज तुर्की में भारतीय दूतावास ने उनकी मौत की पुष्टी की है. उनका शव होटल के मलबे में दबा मिला.
द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरु में गैस-प्लांट कंपनी ऑक्सीप्लांट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के टेक्नीशियन के तौर पर काम करने वाले विजय कुमार 25 जनवरी को तुर्की गए थे और मालट्या के अवसर होस्टल में रह रहे थे. वह उत्तराखंड के रहने वाले थे.
हर रोज परिवार को करते थे फोन
उनके भाई अरुण कुमार, जो उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में रहते हैं, ने पहले बताया था कि जब से वह तुर्की गए थे, तब से वे हर रात फोन पर बात करते थे, लेकिन रविवार की रात (6 फरवरी की सुबह) उनका फोन नहीं आया. अगले दिन परिवार को पता चला कि तुर्की और सीरिया में भूकंप आया है. विजय कुमार और उनकी पत्नी पिंकी गौर का एक 6 साल का बेटा है. समाचार वेबसाइट ने बताया कि उनके पिता रमेश चंद गौर का दिसंबर 2022 में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था.
विजय कुमार को मालट्या में एसिटिलीन गैस प्लांट की स्थापना और चालू करने के लिए तुर्की में नियुक्त किया गया था. उन्हें 17 जनवरी को तुर्की जाने के लिए वीजा मिला था. दिल्ली की एक कंपनी में काम करने के बाद, विजय कुमार ने एक साल पहले बेंगलुरु में ऑक्सीप्लांट का रुख किया था. कुमार के परिवार ने कहा कि देश में भूकंप आने के बाद से ही विदेश मंत्रालय उनका पता लगाने की कोशिश कर रहा था.