सड़कों पर खुलेआम घूमता दिखा हिजबुल सरगना सलाहुद्दीन, अब FATF ने दिया सख्त मैसेज

सड़कों पर खुलेआम घूमता दिखा हिजबुल सरगना सलाहुद्दीन, अब FATF ने दिया सख्त मैसेज

आतंकवाद वित्तपोषण के मसले पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी एफएटीएफ ने शुक्रवार को कहा कि समूह पाकिस्तान की ओर से उठाए जा रहे कदमों की निगरानी कर रहा है और हर एक्शन पर नजर बनी हुई है.

कंगाल हो चुका पाकिस्तान भले ही चिल्ला-चिल्ला कर कहता रहे कि वो आतंकवाद वित्तपोषण के खिलाफ पुरजोर तरीके से कार्रवाई कर रहा है लेकिन, सच्चाई क्या है पूरी दुनिया जानती है. हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना खुलेआम सड़कों पर घूमता दिखाई देता है. अब इस मसले पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) अध्यक्ष टी राजा कुमार ने कहा कि आतंकवाद वित्तपोषण के खिलाफ पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और कार्रवाई पर संगठन की पूरी नजर बनी हुई है.

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एफएटीएफ अध्यक्ष टी राजा कुमार से जब पूछा गया कि क्या रावलपिंडी में हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन की गतिविधियां आतंकवाद पर नकेल कसने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धताओं के खिलाफ हैं तो उन्होंने कहा, आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला और अपने सिस्टम को मजबूत करने के लिए वो लगातार पाकिस्तान की कार्रवाईयों की निगरानी कर रहा है. दरअसल, हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना सैयदा सलाहुद्दीन को पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हुए देखा गया था. पिछले दिनों वह हिजबुल के खुंखार आतंकी बशीर अहमद पीर के जनाजे में शामिल हुआ था.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान के गृह मंत्री जाएंगे जेल! कोर्ट ने सनाउल्लाह के खिलाफ जारी किया गिरफ्तारी वारंट

सिंगापुर के एफएटीएफ अध्यक्ष टी राजा कुमार ने पेरिस में एक बैठक के खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना महत्वपूर्ण है. मीडिया में आई खबरों को लेकर किए गए सवालों का जवाब देते हुए राजा कुमार ने कहा कि मैं मीडिया रिपोर्टों पर अटकलें नहीं लगाउंगा लेकिन, इतना जरूर है कि एशिया पैसिफिक ग्रुप पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों की निगरानी कर रहा है.

बता दें कि एशिया पैसिफिक ग्रुप (APG) 41 सदस्य देशों के साथ एक FATF शैली पर अधारित एक क्षेत्रीय निकाय है जो मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग पर नजर रखता है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पिछले अक्टूबर में पाकिस्तान को उस समय ग्रे लिस्ट से हटा दिया था जब पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद रोधी वित्तपोषण पर दो कार्य योजनाओं को लागू किया था. वॉचडॉग ने पाकिस्तान को 2018 में इस सूची में डाला था.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान की पहली ट्रांसजेंडर न्यूज एंकर पर जानलेवा हमला, बाल-बाल बची जान

एफएटीएफ ने ग्रे लिस्ट से हटाते हुए कहा था कि पाकिस्तान को आतंकी वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए सिस्टम को और मजबूत बनाने के लिए लगातार काम करना जारी रखना होगा. कुमार ने कहा कि एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान को दो एक्शन प्लान के साथ कुल 34 कार्य मद दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि एफएटीएफ की टीम ने पाकिस्तान का एक ऑन साइट दौरा भी किया था जिससे इस बात की पुष्टि हुई की पाकिस्तान अपने सिस्टम को मजबूत किया है.