राहुल गांधी की भाषा बोलता है खालिस्तानी अमृतपाल सिंह.. कांग्रेस पर फिर भड़के सीएम सरमा
सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि विभाजनकारी भाषा का इस्तेमाल करने वालों को माफी मांगनी चाहिए.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब के कट्टरपंथी नेता स्वयंभू खालिस्तानी अमृतपाल सिंह राहुल गांधी की भाषा बोलते हैं. कांग्रेस और उसके नेताओं को “विभाजनकारी भाषा” का उपयोग करने के लिए माफी मांगनी चाहिए. सीएम हिमंत सरमा ने कांग्रेस पर ताजा हमला करते हुए ट्वीट किया, ”देखिए कौन राहुल गांधी की भाषा बोलता है. अमृतपाल सिंह, जिसने अमृतसर में एक पुलिस स्टेशन पर खुलेआम अवहेलना करते हुए धावा बोल दिया, उसके शब्दों का अनुकरण कर रहा है.”
उन्होंने कहा, कांग्रेस, उसके नेताओं और अखंड भारत की पवित्रता को भंग करने के लिए विभाजनकारी भाषा का इस्तेमाल करने वालों को माफी मांगनी चाहिए.
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इस ट्वीट के साथ सीएम सरमा ने एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें अमृतपाल सिंह कहता है कि “1947 से पहले भारत नहीं था. यह राज्यों का संघ है. हमें संघों का सम्मान करना चाहिए. हमें राज्यों का सम्मान करना चाहिए. मैं भारत की परिभाषा से सहमत नहीं हूं.” सरमा ने लोकसभा में राहुल गांधी के ‘भारत राज्यों का संघ है’ भाषण के साथ अमृतपाल सिंह के बयान की तुलना की और कहा कि वह राहुल गांधी की भाषा बोलते हैं.
रिहा हुआ लवप्रीत सिंह
सरमा ने ये ट्वीट ऐसे समय में किया है जब वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल के करीबी लवप्रीत सिंह को जेल से रिहा कर दिया गया है. अजनाला में पुलिस स्टेशन के बाहर खालिस्तानी समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन के बाद 24 घंटे के अंदर ही लवप्रीत सिंह रिहा हो गया. लवप्रीत अमृतसर जेल में बंद था. दरअसल गुरुवार को पंजाब के अजनाला पुलिस स्टेशन पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला बोल दिया था. जिसके बाद पुलिस ने लवप्रीत को छोड़ने का आश्वासन दिया था.
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जानकारी के मुताबिक जब लवप्रीत को जेल से रिहा किया जा रहा था उस वक्त अमृतपाल सिंह के कई समर्थक जेल के बाहर पहुंचे. इस दौरान सत श्री अकाल के नारे लगते हुए सुनाई दिए.बाद में सभी जेल से सीधे गोल्डन टेम्पल गए. समर्थकों के साथ लवप्रीत की पत्नी भी पहुंची.