बेसमेंट में क्यों फंसे रह गए छात्र, क्या बायोमेट्रिक दरवाजा हो गया था लॉक? कोचिंग हादसे में उठते सवाल

बेसमेंट में क्यों फंसे रह गए छात्र, क्या बायोमेट्रिक दरवाजा हो गया था लॉक? कोचिंग हादसे में उठते सवाल

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में यूपीएससी के तीन अभ्यर्थियों की मौत के मामले में अब कई सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि बेसमेंट में एक बायोमेट्रिक दरवाजा भी लगा था जो कि बारिश के बाद बिजली गुल हो जाने से बंद हो गया था.

दिल्ली का ओल्ड राजेंद्र नगर वह इलाका है जहां की गलियों में भावी आईएएस और आईपीएस घूमते हैं. छात्र अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर रहकर अपने तय किए हुए लक्ष्य को पाने के लिए जी जान लगा देते हैं. लेकिन, शनिवार को ऐसा हादसा हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. कोचिंग क्लासेस के बेसमेंट में तीन छात्रों की मौत हो गई. इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शी छात्रों ने जो आपबीती बताई है उससे कोचिंग संस्थान की लापरवाही साफ नजर आ रही है.

पुलिस ने बताया है कि कोचिंग क्लासेस के बाजू से पानी भर गया था जिसके बाद एक गाड़ी निकली. इस गाड़ी के निकलने की वजह से ही बेसमेंट का गेट टूट गया और बारिश का पानी अंदर भर गया. सिर्फ 10 मिनट में ही पूरा बेसमेंट पानी से लबालब हो गया. कुछ छात्रों का ये भी कहना है कि कोचिंग में लाइब्ररी बेसमेंट में है जहां पर जाने के लिए बायोमेट्रिक डिवाइस लगा हुआ. बारिश के बाद बिजली गुल हो गई जिसकी वजह से बायोमेट्रिक ने काम करना बंद कर दिया. क्या बायमैट्रिक दरवाजा बिजली गुल होने से लॉक हो गया था और इसी वजह से बच्चे अंदर फंसे रहे? फिलहाल इस सवाल का जवाब तो जांच के बाद ही मिलेगा.

10 मिनट में लबालब हुआ बेसमेंट

बताया जा रहा है कि जब बेसमेंट का गेट टूटा और पानी अंदर भरना शुरू हुआ तो महज 10 मिनट के अंदर ही पूरा बेसमेंट लबालब हो गया था. जो अभ्यर्थी अंदर फंस गए थे उन्होंने एनडीआरएफ को बुलाया भी. लेकिन, अभ्यर्थी का रेस्क्यू बहुत लेट शुरू हो पाया. इस बीच 3 अभ्यर्थी तेलंगाना की तानिया सोनी (25), यूपी की श्रेया यादव (25) और केरल के नवीन डेल्विन (28) की मौत हो गई. तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद छात्रों में काफी रोष और दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं.

बेसमेंट को सील करने पहुंची MCD

राउज कोचिंग सेंटर के बेसमेंट को सील करने के लिए दिल्ली एमसीडी के अधिकारी पहुंचे हैं. अभी भी बेसमेंट के हालात बिगड़े हुए हैं. कई जगहों पर किताबें बिखड़ी पड़ी हैं और पानी भरा हुआ है. पुलिस फिलहाल हादसे की वजह खंगालने में जुटी है. हालांकि अभी तक किसी तरह का कोई बड़ा खुलासा इस मामले में नहीं हुआ है. दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने इस हादसे की वजह कोचिंग सेंटर पर लगे एक लोहे के गेट को बताया है. इसी गेट के टूटने की वजह से बेसमेंट तक पानी पहुंचा. हालांकि इतने बड़े हादसे के पीछे सिर्फ यही वजह नहीं हो सकती. आखिर 10 मिनट तक जब पानी भर रहा था तब बच्चे वहीं कैसे फंसे रह गए और बाहर क्यों नहीं निकल पाए?

बर्बादी की तस्वीर

टीवी9 भारतवर्ष की टीम कोचिंग सेंटर के बेसमेंट तक जा पहुंची है. बेसमेंट में बर्बादी की तस्वीर साफ दिखाई दे रही है. यहां पर वह बायोमेट्रिक दरवाजा भी दिखाई दे रहा है जिसके बाद में कहा जा रहा है कि यही दरवाजा लॉक हो गया था और खुला ही नहीं. सभी तरफ किताबें बिखरी पड़ी हैं. बेसमेंट तक जाने के दो रास्ते हैं जिनमें से एक ओर से पानी निकालने का काम जारी है और दूसरी तरफ सीढ़ी पर बर्बादी की तस्वीर साफ दिखाई दे रही है.