चंपई सोरेन को ट्रैप कर फंसाने का षड्यंत्र, हेमंत कर रहे पुलिस का दुरुपयोग, मामले की न्यायिक जांच हो- बाबूलाल मरांडी

चंपई सोरेन को ट्रैप कर फंसाने का षड्यंत्र, हेमंत कर रहे पुलिस का दुरुपयोग, मामले की न्यायिक जांच हो- बाबूलाल मरांडी

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस मामले की हाइकोर्ट के किसी सीटिंग जज के माध्यम से इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए. जो भी लोग इस षड्यंत्र में शामिल हैं उन्हें तत्काल सस्पेंड भी किया जाए.

झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले वहां की राजनीति गरमाई हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन लगातार चर्चा के केंद्र में बने हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से चंपई सोरेन को ट्रैप किए जाने के आरोप के बाद सियासी पारा चढ़ गया है. अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चंपई को ट्रैप करने की कोशिश की गई. पुलिस का दुरुपयोग किया गया. मामले की न्यायिक जांच की जानी चाहिए.

विवाद की शुरुआत असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की ओर से आज बुधवार को आरोप लगाने से हुई. उन्होंने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पर उनकी ही सरकार की पुलिस पिछले पांच महीने से नजर रख रही थी. उन्होंने आगे कहा कि हेमंत के करीबी लोगों ने दिल्ली में एक होटल में झारखंड पुलिस के दो सब इंस्पेक्टर को पूर्व मुख्यमंत्री चंपई पर नजर रखते हुए पकड़ा गया था.

मामले की जांच हो रहीः CM सरमा

उन्होंने राज्य सरकार पर वार करते हुए कहा, “यह भारतीय राजनीति में नजर रखने बेहद ही दुर्लभ मामला है. हम इसे तक उठाएंगे.” सीएम सरमा ने बताया कि दोनों एसआई को दिल्ली पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है जो मामले में आगे जांच कर रही है.

इस बीच झारखंड में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, बाबूलाल मरांडी में इस मसले पर कहा कि चंपई सोरेन न सिर्फ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं बल्कि वह वर्तमान में हेमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं. उन्होंने अब तक अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. लेकिन अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए अपने पिता तुल्य राज्य के एक कदावर नेता चंपई सोरेन की जासूसी करवाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

शामिल लोगों का नाम उजागर होः मरांडी

मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हाइकोर्ट के किसी सीटिंग जज के माध्यम से इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए. जो भी लोग इस षड्यंत्र में शामिल हैं उन्हें तत्काल सस्पेंड किया जाए. इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं उसकी संलिप्तता भी उजागर होनी चाहिए.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कोल्हान टाइगर के नाम से प्रसिद्ध चंपई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. असम के मुख्यमंत्री सरमा ने चंपई के 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होने की घोषणा का जिक्र करते हुए कहा कि चंपई सोरेन पर बीजेपी से बातचीत शुरू होने से पहले ही नजर रखी जा रही थी.