GPS ट्रैकर के साथ पकड़ी गई अमेरिकी महिला, जबलपुर एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप; CISF ने घेरा

जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर एक अमेरिकी महिला के पास से प्रतिबंधित जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस बरामद होने से हड़कंप मच गया. सीआईएसएफ ने डिवाइस जब्त किया, लेकिन महिला की उम्र और आगामी उड़ान को देखते हुए उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर अमेरिकी महिला के पास प्रतिबंधित जीपीएस डिवाइस मिलने से हड़कंप मच गया. सीआईएसएफ के जवानों ने सुरक्षा जांच के दौरान अमेरिकी महिला के पास से जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस बरामद किया है. डिवाइस जब्त करने के बाद महिला को खमरिया पुलिस के हवाले कर दिया गया, जहां पूछताछ के बाद महिला की फ्लाइट और बुजुर्ग होने के चलते डिवाइस जब्त करते हुए छोड़ दिया गया. इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 62 वर्षीय अमेरिकी नागरिक एंजिला, जो अमेरिका के केन्सास की रहने वाली हैं, बांधवगढ़ नेशनल पार्क की यात्रा पर आई थीं. यात्रा के बाद वह दिल्ली होते हुए अमेरिका लौट रही थीं. जब डुमना एयरपोर्ट पर उनके सामान की जांच की गई, तो सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ कर्मियों को उनके पास एक संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिला, जो जांच में जीपीएस ट्रैकिंग उपकरण निकला.
CISF ने अमेरिका महिला को हिरासत में लिया
सीआईएसएफ ने तुरंत महिला से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि यह डिवाइस उन्हें उनके परिवार ने उनकी सुरक्षा के लिए दिया था और उन्हें इसकी भारतीय प्रतिबंध नीति की जानकारी नहीं थी. महिला ने यह भी बताया कि वह पहली बार भारत आई थीं और डिवाइस केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए इस्तेमाल हो रहा था.
महिला की उम्र और उनके अगले इंटरनेशनल फ्लाइट को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें चेतावनी देते हुए छोड़ दिया, लेकिन डिवाइस को जब्त कर लिया गया. घटना की जानकारी मिलते ही रांझी सीएसपी सतीश कुमार साहू अपनी टीम के साथ एयरपोर्ट पहुंचे और जांच शुरू की.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने एक अहम सवाल खड़ा कर दिया है कि जब महिला पहले दिल्ली एयरपोर्ट से होते हुए जबलपुर आईं और फिर बांधवगढ़ तक गईं, तो इतनी लंबी यात्रा के दौरान यह डिवाइस पहले क्यों नहीं पकड़ा गया. इससे एयरपोर्ट और अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं की सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं.
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बिना अनुमति इस तरह का डिवाइस भारत लाना और उपयोग करना बेहद गंभीर मामला है, जो भविष्य में सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है और एयरपोर्ट की सुरक्षा जांच प्रणाली को और सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल, सीआईएसएफ की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है और एयरपोर्ट पर हर यात्री की जांच को और कड़ाकियाजारहाहै.