70 छात्राओं को भेजे अश्लील मैसेज, किया ब्लैकमेल… पुलिस को कॉलेज फैकल्टी पर भी शक
जबलपुर के एक गर्ल्स कॉलेज से झकझोर देने वाली खबर सामने आई है जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉलेज की 70 से ज्यादा छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजे हैं और उन्हे ब्लैकमेल करके पैसे भी मांगे हैं. पुलिस को इस मामले में आरोपी की तलाश में जुट गई है.
जबलपुर में छात्राओं के साथ ब्लैकमेलिंग का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें एक अज्ञात आरोपी कॉलेज की छात्राओं में ग्रुप में जुड़ गया और वहां से उनके नंबर उठाकर उनसे जबरन चैट करने लगा. चैट करने के दौरान आरोपी कई बार लड़कियों को अश्लील मैसेज, फोटोज और वीडियोज भी भेजने लगा. इतना ही नहीं छात्राओं का आरोप है कि आरोपी के पास उनकी पर्सनल डिटेल्स भी है जिसकी वजह से वह उन्हें ब्लैकमेल करता है. वह छात्राओं से ब्लैकमेल करके उनसे पैसों की मांग भी करता था.
यह पूरा मामला जबलपुर के मानकुंअर बाई महिला महाविद्यालय का है. जहां पर करीब साढ़े तीन हजार छात्राएं पढ़ती हैं. कॉलेज की ओर से छात्राओं के ग्रुप बनाए गए थे जिसमें छात्राओं को जरूरी जानकारियां दी जाती थीं. इसी ग्रुप में एक ऐसा नंबर पाया गया जिसने कई छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजकर उन्हें ब्लैकमेल किया है. आरोपी नेे 70 से ज्यादा छात्राओं को ब्लैकमेल किया है. आरोपी छात्राओं को गंदे मैसेज भेजता था जिसके बाद उन्हें हटाने के बदले वह पैसों की मांग करता था. शुरुआत में 12 हजार रुपये तक आरोपी ने छात्राओं से मांगे. कई छात्राओं ने घबराकर आरोपी को पैसे ट्रांसफर भी कर दिए.
कॉलेज के ग्रुप में जुड़ा आरोपी
कॉलेज के ग्रुप्स में जब आरोपी का नंबर देखा गया तो इसकी शिकायत की गई है जिसके बाद कॉलेज के फैकल्टी ने आरोपी को हटा दिया. हालांकि अभी भी यह बड़ा सवाल बना हुआ है कि आरोपी को कॉलेज के ग्रुप्स में किसने जोड़ा और क्यों? इससे भी बड़ा सवाल ये है कि छात्राओं की पर्सनल डिटेल्स भी इस आरोपी के पास थी तो आखिर उसके पास छात्राओं की पर्सनल डिटेल्स कैसे पहुंची? पुलिस इन दोनों ही सवालों के जवाब के लिए जांच कर रही है. पुलिस ने कहा है कि इस कॉलेज के फैकल्टी मेंबर्स की संलिप्पतता भी संदेह में है. जल्द ही संदिग्धों से इस मामले में पुलिस पूछताछ करेगी.
तीन छात्राओं ने की शिकायत
कॉलेज की कई छात्राओं ने बदनामी के डर से इस मामले को दबा दिया लेकिन तीन छात्राओं ने पुलिस में इस पूरे मामले की शिकायत की है. आरोपी खुद को जबलपुर के गोरखपुर थाने का एसआई बताता था. जिसके बाद पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है. पुलिस ने एसआईटी में वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी और क्राइम ब्रांच को भी शामिल किया है. इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन और फैकल्टी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. पुलिस से शिकायत होने के बाद वॉट्स एप ग्रुप से आरोपी को हटाया गया है. पुलिस फिलहाल आरोपी की तलाश में जुटी है.