नासिक के उद्योगपति से करोड़ों की ठगी, दुबई में मास्टरमाइंड, मजदूर को जेल

नासिक के उद्योगपति से करोड़ों की ठगी, दुबई में मास्टरमाइंड, मजदूर को जेल

वहीं इतनी बड़ी रकम की ठगी की शिकायत के बाद साइबर सेल चौकन्ना हो गया और उसने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी. इस छानबीन के तहत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक नए काम करने का ढंग पता चला, जिसके तहत सिर्फ नासिक में नहीं देशभर में इस प्रकार की ठगी होने की आशंका व्यक्त की गई.

महाराष्ट्र के नासिक जिले के बड़े उद्योगपति को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 3 करोड़ 70 लाख रुपए की चपत लगाई. नासिक पुलिस को शक है कि दुबई से बैठकर नए तरीके के साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा है. इस मामले में देश के अलग-अलग राज्यों में 100 से भी ज्यादा बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर निकाले गए.

दरअसल 12 जनवरी को पीड़ित को फोन आया था कि अगर उन्हें शेयर ट्रेडिंग में अच्छा पैसा कमाना है तो इसके टिप्स को फॉलो करें. इसके लिए उनको कुछ पैसे इन्वेस्ट करने के लिए कहा गया.

3 करोड़ 70 लाख की ठगी

इसके बाद 12 से लेकर 15 फरवरी तक पीड़ित ने उन ठगों के खाते में 3 करोड़ 70 लाख रुपए जमा कर दिए. इसके बाद पीड़ित उद्योगपति ने जब देखा कि वादे के मुताबिक उसका रिटर्न मिल नहीं रहा है तो उसने साइबर सेल में शिकायत की.

वहीं इतनी बड़ी रकम की ठगी की शिकायत के बाद साइबर सेल चौकन्ना हो गया और उसने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी. इस छानबीन के तहत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक नए काम करने का ढंग पता चला, जिसके तहत सिर्फ नासिक में नहीं देशभर में इस प्रकार की ठगी होने की आशंका व्यक्त की गई.

क्या है ठगी करने का तरीका

यह पूरा नेटवर्क दुबई से चलता है. दुबई में इसका मास्टरमाइंड बैठा है जो यहां पर गरीब लोगों को या जरूरतमंदों को ढूंढ उनके नाम से बैंक अकाउंट खुलवाता है. इस बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए कई बार फर्जी दस्तावेज भी इस्तेमाल किए जाते हैं. जिस व्यक्ति के साथ यह लोग साइबर फ्राड करते हैं उसके पैसे इन्हीं सारे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाते हैं.

इसमें जिनका अकाउंट होता है, उनको मामूली सा कमीशन देकर उनसे बाकी के पैसे ले लिए जाते हैं. वहीं इस पैसे को बिटकॉइन या अन्य डिजिटल करेंसी के माध्यम से दुबई और अन्य देशों में ट्रांसफर कर दिया जाता है.

वसई से मजदूर को किया गिरफ्तार

नासिक पुलिस के साइबर सेल ने बबलू ठाकुर नामक व्यक्ति को वसई से गिरफ्तार किया है जो एक मजदूरी का काम करता है. बबलू ठाकुर के अकाउंट में 3 करोड़ 70 लख रुपए में से 20 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे, जिसकी एवज में उसे 20 हजार का कमीशन दिया गया था. बबलू यादव को 2 फरवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. पुलिस अब उससे यह पता लगा रही है कि उसे किसने संपर्क किया था और किसने उसके अकाउंट से पैसे लिए और उस मास्टरमाइंड तक पहुंचाने का काम पुलिस कर रही है.