पुतिन की नाक की नीचे से निकल यूक्रेन पहुंचे, कीव में न्यूज़-इंटरनेट भी बंद… ऐसा था बाइडेन का सीक्रेट मिशन

पुतिन की नाक की नीचे से निकल यूक्रेन पहुंचे, कीव में न्यूज़-इंटरनेट भी बंद… ऐसा था बाइडेन का सीक्रेट मिशन

बाइडन की कीव और उसके बाद वारसॅा की यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका रूसी बलों को यूक्रेन से पूरी तरह खदेड़ने तक उसके साथ खड़ा होने को तैयार है. जेलेंस्की के लिए युद्ध का एक साल पूरा होने से पहले यूक्रेन की धरती पर उनके साथ बाइडन के खड़े होने की प्रतीकात्मकता छोटी-मोटी बात नहीं है.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत पूरी दुनिया को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बहुत बड़ा सरप्राइज दिया. रूस को भनक तक नहीं लगी और बाइडेन अमेरिका से कीव तक पहुंच गए. बाइडेन का ये दौरा कीव में दाखिल होने तक बेहद सीक्रेट रखा गया. यहां तक की कीव में अभूतपूर्व लॉकडाउन लगा दिया गया. सेंट्रल कीव में फोन और इंटरनेट ब्लैकआउट हो गया. राष्ट्रपति बाइडेन को मंगलवार को पोलैंड आना था लेकिन एक दिन पहले ही बाइडेन का सीक्रेट दौरा शुरु हो गया.

रविवार की रात को व्हाइट हाउस से अचानक प्रेसिडेंट बाइडेन का हेलिकॉप्टर निकला. हेलिकॉप्टर अमेरिका के सेंट एंड्रयू एयर बेस तक गया. यहीं अमेरिका राष्ट्रपति का विशेष विमान एयरफोर्स तैनात रहता है. सेंट एंड्रयू एयर बेस से एयरफोर्स वन ने टेक ऑफ किया. इस टेक ऑफ को भी सीक्रेट रखा गया. अमेरिका से उड़ा विमान पोलैंड में लैंड हुआ. इसके बाद अचानक रूस को पता चला कि कीव के ऊपर से वीवीआईपी मूवमेंट है, इसलिए कीव नो फ्लाई जोन रहेगा, लेकिन बाइडेन पोलैंड से ट्रेन में सवार हुए और फिर दुनिया को कीव में नजर आए.

Biden (1)

जिस राष्ट्रपति की सुरक्षा में कई फाइटर जेट्स होते हैं, जिसकी मूवमेंट शुरु होते ही समंदर से आसमान तक अमेरिका की तीनों सेनाएं अलर्ट हो जाती हैं, जरा सोचिए यूक्रेन आने से पहले अमेरिका ने कैसी तैयारी की होगी.

बाइडेन की यूक्रेन यात्रा को बेहद सीक्रेट रखा गया

  • शनिवार की रात को बाइडेन ने अपनी पत्नी के साथ डिनर किया
  • डिनर के बाद बाइडेन पत्नी के साथ व्हाइट हाउस आ गए
  • मंगलवार को बाइडेन का पोलैंड के वॉरसॉ में जाना फिक्स
  • यूक्रेन की संभावित यात्रा से व्हाइट हाउस इनकार करता रहा

बाइडेन को मंगलवार को पोलैंड पहुंचना था, लेकिन रविवार की रात अचानक सेंट एन्ड्रयू बेस पर राष्ट्रपति का काफिल पहुंचा और विमान ने टेक ऑफ कर लिया. व्हाइट हाउस ने रविवार को भी राष्ट्रपति के अमेरिका में होने की बात बताई और कहा गया कि बाइडेन सोमवार शाम पोलैंड के लिए रवाना होंगे, लेकिन सोमवार की शाम बाइडेन अचानक कीव में नजर आए. रूस की तमाम सुरक्षा एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइडेन के दौरान का प्लान 15 दिन पहले ही तैयार किया जा चुका था.

ऐसे दिया गया सीक्रेन दौरे को अंजाम

  • CIA के अफसरों ने कई बार कीव का दौरा किया
  • अमेरिकी अफसरों ने पोलैंड से रेल रूट का दौरा किया
  • कीव में कई जगहों पर एयर डिफेंस की तैनाती बढ़ाई गई
  • अमेरिकी पैट्रियट एंटी मिसाइल सिस्टम को तैनात किया गया
  • बाइडेन के दौरे के दौरान AWACS एयरक्राफ्ट तैनात रहे
  • अमेरिका के कई निगरानी और टोही विमान यूक्रेन बॉर्डर पहुंचे

बाइडेन के कीव पहुंचने से पहले इस इलाके को नो-फ्लाई जोन बना दिया गया था. इस दौरान अमेरिकी मिसाइल शील्ड एक्टिव मोड में थी. पोलैंड में बाइडेन का विमान उतरने के चंद मिनट बाद ही डिप्लोमैटिक केबल के जरिए रूस को ये बता दिया गया कि वीवीआईपी मूवमेंट है और कीव का इलाका नो-फ्लाई जोन रखा गया है. दुनिया में जब भी कहीं भी नो फ्लाईजोन बनाया जाता है तो एक खास संदेश वहां आसपास मौजूद देशों को दिया जाता है. अब अगर अमेरिका से मैसेज आने के बाद रूस की तरफ से कोई भी मिसाइल दागी जाती या कोई बॉम्बर या ड्रोन कीव पहुंचता तो ये नियम का उल्लंघन माना जाता.

Air Force One

आसमान से कोई गड़बड़ी न हो इसलिए पोलैंड की हवाई सीमा में अमेरिका के तीन सर्विलांस विमान मौजूद थे. अमेरिका के कई फाइटर जेट स्टैंड बाय मोड में रनवे पर थे. आसमान उड़ रहे आधुनिक रडार वाले विमान से किसी भी गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही अमेरिकी फाइटर जेट उड़ान भरते और हवा में ही दूसरे देश के विमान को चुनौती दी जाती है. अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां की युनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस के पास है.

खतरा हो या न हो. युद्ध हो रहा हो या न हो रहा हो. अमेरिका राष्ट्रपति जब भी अपने देश से बाहर निकलते हैं, उनके लिए एक बड़ा सुरक्षा घेरा तैयार किया जाता है. आम तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जब भी किसी देश के दौरे पर होते हैं, वहां मौजूद समंदर में वॉरशिप बहुत पहले पहुंच जाते हैं. तमाम नवल बेस को अलर्ट पर रखा जाता है.

समंदर में भी अलर्ट तैयार थे US के युद्धपोत

अमेरिका के जासूसी सैटेलाइट्स चप्पे चप्पे पर नजर रखती है . अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ करीब 500 अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के एजेंट होंते हैं . यूक्रेन में युद्ध चल रहा इसलिए यहां हजारों की तादाद में अमेरिकी फोर्स की मौजूदगी हो सकती है . अमेरिकी एयरफोर्स वन विमान के साथ 3 मरीन वन हेलिकॉप्टर्स, 6 लड़ाकू विमान हर वक्त तैनात रहते हैं .

सीक्रेट सर्विस, सीआईए और अमेरिकी फौज मिलकर राष्ट्रपति की सुरक्षा करते हैं. राष्ट्रपति का जब दूसरे किसी भी देश में जाना होता है तो इनके अधिकारी काफी दिन पहले से ही रणनीति बनाना शुरू कर देते हैं, इस पूरी प्रकिया को कई चरणों में अंजाम दिया जाता है. हालाकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बाइडेन की कीव यात्रा को लेकर CIA ने ग्रीन सिग्नल नहीं दिया था . लेकिन फिर भी अमेरिकी राष्ट्रपति के कहने पर इस दौरे को गुप्त तरीके से प्लान किया गया .

बाइडेन कीव तक ट्रेन से गए लेकिन आम तौर पर अमेरिकी नौसेना का सबसे खतरनाक मरीन वन हेलीकॉप्टर प्रेसिडेंट के आस पास रहता है . इस हेलीकॉप्टर पर तोप के गोले का भी असर नहीं होता है, मिसाइल भी इसे भेद नहीं सकती है, ये वीएच-थ्री कैटेगरी का हेलीकॉप्टर है, जो बेहद सुरक्षित माना जाता है, हर विदेशी दौरे पर ये राष्ट्रपति के साथ ही उड़ता है. बाइडेन का दौरा इसलिए भी सीक्रेट रहा क्योंकि उनके विमान एयर फोर्स वन को ट्रैक करना मुमकिन नहीं है . दुनिया का कोई देश इस विमान के बारे में पता नहीं लगा सकता है.

एयर फोर्स वन विमान ट्रैक करना नहीं आसान

अगर किसी वजह से एयर फोर्स वन की पोजीशन मिल जाए फिर कोई भी इसे निशाना नहीं बना सकता है . बाइडेन के विमान को फाइटर जेट्स एस्कॉर्ट करते हैं और एयरफोर्स वन किसी भी मिसाइल को हवा में तलाश कर उसे नष्ट करने में सक्षम है.