G-20 Summit के विरोध में उतरा आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस, पंजाब में ट्रेन रोकने की धमकी

G-20 Summit के विरोध में उतरा आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस, पंजाब में ट्रेन रोकने की धमकी

G-20 Summit: पंजाब के अमृतसर में जी-20 समिट का खालिस्तानी समर्थक सिख फॉर जस्टिस के सदस्य ने विरोध किया है. जनरल काउंसिल गुरपतवंत ने कहा है कि हम 15 और 16 मार्च को राज्य में ट्रेन रोकेंगे और विरोध करेंगे.

G-20 Summit: पंजाब में खालिस्तानी समर्थक और आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने अमृतसर में होने जा रहे जी-20 समिट का विरोध किया है. सिख फॉर जस्टिस का मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर से अमतृसर में होने वाली जी-20 बैठकों को लेकर एक धमकी भरा वीडियो जारी किया है.

वीडियो में गुरपतवंत सिंह 15 और 16 मार्च को पंजाब में ट्रेन रोकने की बात कर रहा है. गुरपतवंत कहता है कि 15 और 16 मार्च को पंजाब में ट्रेनें रोकी जाएंगी. इसके साथ ही अमृतसर के वेरका फ्लाईओवर पर लिखे गए खालिस्तानी नारों के मामले की भी जिम्मेदारी ली है.गुरपतवंत सिंह ने आगे कहा है कि जी-20 समिट में शामिल होने आ रहे डेलिगेट्स के सामने खालिस्तान रेफरेंडम का मुद्दा उठाया जाएगा.

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पहले उड़ी थी अफवाह

बता दें कि इससे पहले भी अमृतसर में होने वाली जी-20 की बैठक को लेकर अफवाह उड़ी थी कि शहर में होने वाले समिट को कानून-व्यवस्था की वजह से कहीं और स्थानांतरित कर दिया गया है. हालांकि, बाद में राज्य की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने कहा कि अमृतसर में होने वाली जी-20 की बैठकें अपने तय समय पर होगी.

दरअसल, अमृतसर में जी-20 की कई बैठकें होनी हैं. 15 से 17 मार्च तक शिक्षा के मुद्दे पर बैठक होगी जबकि श्रम पर बैठक 19-20 मार्च को होनी है. राज्य की मान सरकार जी-20 बैठक के लिए पूरी तैयारियों में भी लगी हुई है. पिछले हफ्ते सीएम मान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात भी की थी.

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अधिकारियों के फुलप्रूफ व्यवस्था के निर्देश

सीएम मान ने जी-20 बैठकों को लेकर अधिकारियों को फुलप्रूफ व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य के लिए जी-20 की बैठकों का आयोजन गर्व की बात है. बता दें कि अजनाला की घटना के बाद से मान सरकार कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई है.

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अजनाला में पिछले हफ्ते वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह अपने सैकड़ों हथियारबंद समर्थकों के साथ थाने में घुस गया था और हिंसक विरोध भी देखने को मिला था. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर मान सरकार को सचेत किया था.