गांव-गांव पहुंचेगी इलेक्ट्रिक कारगो साइकिल, इस सरकारी कंपनी ने बनाया ये प्लान

गांव-गांव पहुंचेगी इलेक्ट्रिक कारगो साइकिल, इस सरकारी कंपनी ने बनाया ये प्लान

Upcoming Electric Bicycle: बता दें कि CESL यानी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विस मार्केट में अर्फोडेबल बैटरी वाली इलेक्ट्रिक कार्गो साइकिल को उतारने की तैयारी में है. क्या है इसके पीछे की प्लानिंग, आइन जानते हैं.

सरकार द्वारा नियंत्रित कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विस यानी CESL मार्केट में लोगों के लिए अर्फोडेबल बैटरी से चलने वाली इलेक्ट्रिक कार्गो साइकिल को लाने की प्लानिंग कर रही है. बता दें कि Convergence Energy Service यानी सीईएसएल का ये प्लान अभी शुरुआत में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है. बता दें कि अभी ये सेगमेंट शहरों में देखा जाता रहा है लेकिन भारत के ग्रामीण इलाकों में इलेक्ट्रिक कार्गो साइकिल का इस्तेमाल नहीं किया गया है.

सीईएसएल के नए नियुक्त सीईओ विशाल कपूर ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए बताया कि हम कुछ ग्रामीण केंद्रित संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहे थे और तभी हमें इस तरह के प्रोडक्ट की मांग का एहसास हुआ.

कुछ साल पहले, सीईएसएल ने 1 लाख इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों की खरीद के लिए टेंडर जारी किया था कि जिससे कि इच्छुक पार्टी से इन्हें लिया जा सके. इसके अलावा इसी साल में 50 हजार इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स को भी एकत्रित किया गया जिन्हें लीज पर दिया गया य़ा फिर बेच दिया गया था.इसके अलावा हम केरल और गोवा के बाद आंध्र प्रदेश सरकार को 25 हजार इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन भी देने की प्रक्रिया में लगी हुए थे.

सीईएसएल के नए सीईओ विशाल कपूर ने कहा कि इलेक्ट्रिक कार्गो साइकिल प्रोजेक्ट अभी शुरुआती स्टेज में है. हम अब तक कुछ गांवों से जुड़े हुए हैं और हम यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस प्रोडक्ट की मांग होगी या नहीं. उन्होंने अपनी बात को रखते हुए कहा कि हमने सप्लाई के दृष्टिकोण से जानने के लिए OEMs (original equipment manufacturer) के साथ भी जुड़ना शुरू कर दिया है.

भारत में एक इलेक्ट्रिक कार्गो साइकिल की कीमत 40 हजार से 50 हजार रुपये के बीच होती है लेकिन इस बाजार का साइज कितना बड़ा है ये कह पाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि इस सेगमेंट में अनऑर्गेनाइज्डकई सेक्टर से कई प्लेयर्स मौजूद हैं. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि इस सेगमेंट में Hero Cycles अपने Hero Lectro ब्रैंड के साथ लोकप्रिय ब्रांडों में से एक है.

ये इलेक्ट्रिक साइकिल पैडल असिस्ट के साथ आती हैं और बिना पैडल लगाए फुल चार्ज पर 30 किलोमीटर तक चल सकती है. ऐसे वाहन को चलाने की लागत 0.2 पैसे प्रति किमी है और सबसे खास बात इसके लिए कोई भी रजिस्ट्रेशन या फिर Driving License की जरूरत नहीं है.