अब घर बैठे कर सकेंगे राम लला के दर्शन… राम मंदिर परिसर में आरतियों का होगा लाइव प्रसारण

अब राम मंदिर में रामलला के भक्त घर पर बैठे-बैठे आरती में हिस्सा ले सकेंगे और राम लला के दर्शन कर सकेंगे. इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. मंदिर परिसर में परमानेंट ब्रॉडकास्ट सेटअप स्थापित किया गया है. इसे अलग-अलग फेज में प्रसारित किया जाएगा. सबसे पहले रामलला की सभी पांच आरतियों की लाइव स्ट्रीमिंग लाइव की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या की राम मंदिर में रामलला के भक्तों के लिए एक खास खबर है. अब वह सिर्फ राम मंदिर में राम लला की आरती ही नहीं, बल्कि राम जन्मभूमि परिसर में स्थित सभी मंदिरों की आरती का लाइव ब्रॉकास्ट देख सकेंगे. इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मंदिर परिसर में परमानेंट ब्रॉडकास्ट सेटअप स्थापित कर दिया गया है.
इसके अंतर्गत परिसर में तीन हाई-क्वालिटी कैमरे लगाए गए हैं, जो स्मार्ट ऑपरेटर की सहायता से पूरे परिसर की आरतियों का लाइव प्रसारण देख सकेंगे. अब तक हर रोज़ सुबह 6:30 बजे होने वाली रामलला की श्रृंगार आरती का लाइव प्रसारण ओबी वैन के जरिए से किया जाता था. यह ओबी वैन अस्थायी रूप से मंदिर परिसर में स्थापित थी. लेकिन अब यह काम एक स्थायी टेक्निकल फ्रेमवर्क के अंडर होगा.
डिजिटली दर्शन करेंगे श्रद्धालु
फर्स्ट फेज में रामलला की सभी पांच आरतियों की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी. इसके बाद परिसर में स्थित अन्य मंदिरों की आरतियों को भी चरणबद्ध तरीके से जोड़ा जाएगा. इससे देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु डिजिटली प्रभु के दर्शन कर सकेंगे और आरती में जुड़ सकेंगे. यह सेटअप उस संस्कृति केंद्र में स्थापित किया है, जो करोड़ों की लागत से भव्यता के साथ पहले ही बनाया जा चुका है. यह केंद्र अब एक लाइव स्टेज के रूप में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के प्रसारण का मुख्य आधार बनेगा.
इन मंदिरों की आरती का सीधा दर्शन
राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर स्थित राम दरबार, सप्त मंडप में स्थित सात ऋषि मंदिर: महर्षि वाल्मीकि, विश्वामित्र, वशिष्ठ, अगस्त्य, निषादराज, शबरी और अहिल्या मंदिर, नित्य पूजा मंदिर: भगवान शिव, हनुमान, गणेश, माता भगवती, सूर्य देव और नवग्रह, उत्तर दिशा में स्थित मंदिर: माता जानकी, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न और पूर्व दिशा में स्थित मंदिर: गोस्वामी तुलसीदास और संत परंपरा से जुड़े मंदिरों की आरती का सीधा दर्शन श्रद्धालुओं को मिलेगा. इस नई व्यवस्था के जरिए अब श्रद्धालुओं को एक दिव्य अनुभव प्राप्त होगा और वह अपने घर बैठे ही अयोध्या धाम की आरतियों के साक्षी बन सकेंगे.