Data Theft: डाटा चोरी को हल्के में ना लें, हैकर्स इस तरह से उठाते हैं आपका फायदा
Data Theft: हैकर के पास आपका डाटा चुराने के लिए कई तरीके हैं, डाटा चुराने के बाद हैकर आपको किस तरह से नुकसान पहुंचा सकता है? आइए आपको इस बात की जानकारी देते हैं.
आपने डाटा लीक से जुड़ी कई खबरें सुनी होंगी. आए दिन सुनने को मिलता है कि फलानी कंपनी या फलाने ऐप का डाटा लीक हुआ है, जिसमें यूजर्स की पर्सनल जानकारी लीक हो गई है. इस पर्सनल जानकारी में यूजर्स का नाम, बर्थ डेट और फोन नंबर जैसी डिटेल्स शामिल होती हैं. हालांकि इन घटनाओं का ज्यादातर यूजर्स पर कोई असर नहीं होता, लोगों को इसके नुकसान के बारे में मालूम नहीं होता. जानिए आपके डाटा से हैकर को क्या फायदा है.
असल में हैकर्स के लिए सबसे कीमती चीज है आप लोगों का पर्सनल डाटा. आपकी छोटी सी चूक और हैकर्स बहुत ही आसानी से डाटा उड़ लेते हैं. इस चोरी किए हुए डाटा का इस्तेमाल कर हैकर्स आपको भारी नुकसान पहुंचा सकते हैंं. जानिए कैसे?
डाटा चोरी से आपको हो सकते हैं ये नुकसान
पैसों का नुकसान
डाटा चोरी चाहे किसी शख्स को या फिर किसी कंपनी का, हैकर्स आपकी पर्सनल जानकारी को इस्तेमाल कर नुकसान पहुंचा सकते हैं. अब आप सोचेंगे कि वो कैसे? बता दें कि यदि किसी भी शख्स की अगर क्रेडिट कार्ड या फिर बैंकिंग डिटेल लीक हो जाती है तो धोखाधड़ी करने वाले आपका अकाउंट साफ कर सकते हैं.
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हैकर्स के हाथ में अगर आपका मोबाइल नंबर लग जाता है तो इससे धोखाधड़ी करने वाले सिम क्लोनिंग कर ओटीपी मंगवा सकते हैं. ओटीपी आने के बाद आप तो जानते ही क्या आगे क्या हो सकता है, इस ओटीपी का गलत इस्तेमाल कर बैंक अकाउंट को साफ किया जा सकता है.
आइडेंटिटी को नुकसान
आइडेंटिटी यानी आपकी पहचान से संबंधित डाटा को चोरी कर हैकर्स ना केवल आपको बल्कि आपके जान पहचाने वाले लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. बता दें कि इंस्टाग्राम हो या फिर अन्य कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोई भी हैकर आपकी तस्वीर आदि चुराकर एक फेक प्रोफाइल बनाकर आपके जान पहचान वाले लोगों से आपके नाम पर पैसे मांगकर ना केवल आपको शर्मिंदा कर सकता है बल्कि इससे आपके कॉन्टैक्ट्स को वित्तीय नुकसान भी पहुंचा सकता है.
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आधार नंबर लीक होने से भी नुकसान
बता दें कि आधार कार्ड पर लिखा 16 अंकों का आधार नंबर बेहद ही जरूरी है, आजकल ज्यादातर सभी सर्विस चाहे वह प्राइवेट सेक्टर की हो या फिर सरकारी हर जगह आधार नंबर मांगा जाता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि अगर कहीं किसी भी कंपनी से डाटा लीक हुआ तो आपको नुकसान हो सकता है.
ऐसा इसलिए क्योंकि आपका आधार आपके बैंक अकाउंट से भी लिंक है, ऐसे में आधार नंबर के लीक होने से पैसों का नुकसान होने का भी खतरा रहता है.
हैकर्स कैसे चुरा लेते हैं डाटा?
डाटा चुराने के कई तरीके हैं, बता दें कि एक तरीका है ब्लूबगिंग. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये क्या होता है? बता दें कि हैकर्स जब ब्लूटूथ कनेक्शन के जरिए किसी यूजर का फोन हैक कर डाटा चुराते हैं तो इसे ब्लूबगिंग कहा जाता है. डिवाइस को हैक कर धोखाधड़ी करने वाले आपके टेक्स्ट मैसेज, कॉन्टैक्ट्स, वित्तीय जानकारी आदि को एक्सेस कर सकते हैं.
आपने अगर गलती से किसी अनजान लिंक पर क्लिक कर दिया या फिर कोई ऐसा ऐप फोन में इंस्टॉल कर लिया जो ऑथोराइज्ड प्ले स्टोर या फिर ऐप स्टोर पर नहीं था और आपने एपीके के जरिए फोन में डाला है तो आपका डाटा के चोरी होने का खतरा है.
बता दें कि हैकर्स के पास डाटा चुराने के कई तरीके हैं, बता दें कि कई बार ऐसा होता है कि ओटीपी ना केवल मोबाइल पर आता है बल्कि रजिस्टर ईमेल पर भी प्राप्त होता है.
बता दें कि अगर आपका मोबाइल हैक नहीं हुआ तो भी आपका अकाउंट साफ हो सकता है. हैकर ईमेल आईडी हैक कर ओटीपी को एक्सेस कर आपको चूना लगा सकते हैं.