भारत में लॉन्च हुआ Google Street View, जानिए इसके बाद अब क्या बदल जाएगा

भारत में लॉन्च हुआ Google Street View, जानिए इसके बाद अब क्या बदल जाएगा

गूगल मैप ने अपने बहुप्रतिक्षित फीचर Google Street View को लॉन्च कर दिया है. काफी वक्त से उम्मीद जताई जा रही थी कि गूगल इसे भारत में भी लॉन्च करने वाला है. इससे पहले गूगल अमेरिका में इस फीचर को लॉन्च कर दिया था.

गूगल मैप ने अपने बहुप्रतिक्षित फीचर Google Street View को लॉन्च कर दिया है. काफी वक्त से उम्मीद जताई जा रही थी कि गूगल इसे भारत में भी लॉन्च करने वाला है. इससे पहले गूगल अमेरिका में इस फीचर को लॉन्च कर दिया था. लेकिन सवाल उठता है कि इसके लॉन्च होने के बाद गूगल मैप में ऐसा क्या बदल जाएगा जो पहले नहीं था?

क्यों है खास?

गूगल ने अपने मैप ऐप्लीकेशन में Street View नाम से एक ऐसी टेक्नोलॉजी दी है, जहां 360 डिग्री का इंटरेक्टिव पैनोरामा व्यू मिलेगा. अभी ये सेवा भारत के सिर्फ 10 शहरों में दिखाई देगी. गूगल ने इस टेक्नोलॉजी को लागू करने के लिए टेक महिंद्रा और मुंबई आधारित जेनेसिस इंटरनेशनल कंपनी के साथ साझेदारी की है. ये फीचर नई नेशनल जियोस्पेशियल पॉलिसी, 2021 के कारण लागू हो पाया है. इसके चलते लोकल कंपनियां दूसरों से इस तरह का डेटा और लाइसेंस खरीदती हैं. भारत पहला देश होगा, जहां गूगल को पार्टनर के जरिए स्ट्रीट व्यू हासिल होगा.

Gullify प्रोजेक्ट दिया नाम

गूगल ने अपने इस प्रोजेक्ट को Gullify नाम दिया है, शुरुआत में ये प्रोजेक्ट 10 भारतीय शहरों में लागू हुआ है. साल के आखिर तक उम्मीद जताई जा रही है कि 50 शहरों तक ये सेवाएं शुरू हो जाएंगी. आने वाले 2 सालों के अंदर अंदर कुल 70 हजार किमी मैपिंग कर दी जाएगी. इस पर गूगल मैप्स के वाइस प्रेसिडेंट Miriam karthika Daniel ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि “हमारे पार्टनर्स के पास जियोस्पैटिकल टेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक्स का अनुभव है. इसके अलावा एक साथ पार्टनर्स के पास कई क्षेत्रों में स्केल करने की क्षमता भी है.”

सरकारी, डिफेंस और रक्षा क्षेत्र की मैपिंग नहीं

गूगल के वाइस प्रेसिडेंट ने इस पॉलिसी को लेकर ये भी साफ किया कि इस प्रोजेक्ट के तहत सरकारी, डिफेंस और मिलिट्री एरिया को मैप नहीं किया जाएगा. उनका कहना है कि हमारे पार्टनर्स अच्छी तरह जानते हैं कि कौन सा डेटा कलेक्ट करना है और कौन सा डेटा कलेक्ट हनीं करना है. गूगल की इस पॉलिसी को साल 2011 में रोक दिया गया था. पहले गूगल स्ट्रीट व्यू की नीति को लागू करने वाला था लेकिन बेंगलुरु पुलिस ने इस पर आपत्ति जताई थी. तब गूगल Wonobo और बाद में MapMyIndia के साथ मिलकर इंटेरेक्टिव पैनोरामा मैप्स पर काम कर रहा था.