5 सवाल हल करो, JEE कोचिंग फ्री कर दूंगा… जब IAS ने गरीब छात्र के सामने रखी शर्त, फिर क्या हुआ?
ग्वालियर के एक होनहार छात्र ने अपनी मेहनत और लगन की दम पर अपनी सक्सेस का रास्ता साफ कर लिया है. छात्र ने जिला पंचायत सीईओ से फ्री कोचिंग की गुहार लगाई थी, इस पर सीईओ ने उसके सामने एक चैलेंज रख दिया. पूरा मामला जानने के लिए खबरें पढ़ें.
दिल में अगर कुछ कर गुजरने की चाहत हो, तो रास्ता खुद ब खुद निकल आता है. ऐसा ही हुआ है ग्वालियर के एक होनहार छात्र अर्पित पाल के साथ, जिसने सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का सपना तो देख लिया. लेकिन, आर्थिक तंगी के कारण वह अपने सपने को पूरा करने के लिए JEE की कोचिंग ज्वाइन नहीं कर पा रहा था. ऐसे में निशुल्क कोचिंग की गुहार लेकर वह अपनी मां के साथ कलेक्टर ऑफिस पहुंच गया. जहां सुनवाई करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने छात्र की काबिलियत जांचने के लिए उसके सामने पांच सवाल हल करने का चैलेंज रख दिया. छात्र ने सभी जवाब सही दे दिए. इसके बाद जिला पंचायत सीईओ ने भी अपने वादे के अनुसार छात्र अर्पित को निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं.
ग्वालियर शहर के गोल पहाड़िया इलाके में रहने वाले अर्पित पाल अपनी मां रेनू पाल के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. अर्पित की माली स्थिति अच्छी नहीं है, लेकिन उसका सपना इंजीनियर बनने का है ताकि वह अपने परिवार की हालत को ठीक कर सके. अर्पित का परिवार उसे JEE की कोचिंग में एडमिशन भी नहीं करवा पा रहा है. ऐसे में उन्हें किसी ने प्रशासनिक मदद के लिए सलाह दी और वह कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में मदद की आस में अपनी गुहार लेकर पहुंच गए. जैसे ही छात्र अर्पित ने जनसुनवाई कर रहे जिला पंचायत सीईओ IAS विवेक कुमार को अपना आवेदन दिया और उनसे मदद की गुहार लगाई. IAS विवेक कुमार ने छात्र अर्पित का आवेदन पढ़कर छात्र के सामने एक अनोखा चैलेंज रख दिया.
पांच सवाल सॉल्व करो फिर…
विवेक कुमार ने अर्पित से पांच सवालों को सॉल्व करने की बात कही, और शर्त रखी कि अगर वह सभी सवालों के जवाब सही दे देता है तो उसकी कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी. अर्पित पाल को तुरंत फिजिक्स और मैथमेटिक्स से जुड़े पांच सवाल दिए गए. जनसुनवाई में सभी के सामने कुर्सी पर बैठकर छात्र अर्पित ने 4 सवालों को सॉल्व कर दिखाया. अर्पित की काबिलियत देखकर विवेक कुमार खुश हुए. छात्र की पढ़ाई के प्रति रुचि को देखते हुए विवेक कुमार ने तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार को निर्देश दिए कि वह अर्पित का एडमिशन शहर की सबसे अच्छी JEE कोचिंग सेंटर में कराए.
अर्पित के चेहरे पर खुशी
अर्पित ने प्रशासनिक मदद मिलने पर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार का धन्यवाद दिया. अर्पित ने कहा अगर इसी तरह से प्रशासन आर्थिक तौर पर कमजोर होनहार छात्रों की मदद करता है तो कई बच्चे आसमान की ऊंचाई छूकर देश की सेवा कर सकते हैं.
होनहार छात्र अर्पित पाल… अपनी मां रेनू पाल के साथ रहता है, उसकी मां झाड़ू पोछा कर अपने बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी जैसे-तैसे करके उठा रही है. अर्पित के पिता की 7 जनवरी 2023 को अचानक हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई थी. जिसके बाद घर की पूरी जिम्मेदारी उसकी मां रेनू पाल के कंधे पर आ गई थी, लेकिन अब प्रशासनिक मदद मिलने की उम्मीद से उसे लगने लगा है कि उसका बेटा अर्पित जरूर तरक्की करेगा और परिवार का नाम रोशन करते हुए अपनी जिम्मेदारी उठाएगा.
रिपोर्ट – धर्मेंद्र शर्मा / ग्वालियर