सानिया मिर्जा के साथ 91 हफ्तों तक क्या हुआ? जानिए करियर की 10 बड़ी बातें

सानिया मिर्जा के साथ 91 हफ्तों तक क्या हुआ? जानिए करियर की 10 बड़ी बातें

Sania Mirza का करियर हार के साथ खत्म, WTA दुबई ड्यूटी फ्री चैम्पियनशिप के पहले दौर में मिली हार. जानिए भारत की टेनिस सनसनी के करियर की 10 बड़ी बातें.

भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा का करियर खत्म हो गया है. मंगलवार को डब्ल्यूटीए दुबई ड्यूटी फ्री चैम्पियनशिप के पहले दौर में उन्हें सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही सानिया के 20 साल के चमकदार करियर का अंत हो गया. सानिया और कीज की जोड़ी रूस की वेरोनिका कुदेरमेतोवा और ल्यूडमिला सैमसोनोवा से ठीक एक घंटे तक चले मैच में 4-6, 0-6 से हार गई.

36 साल की सानिया 2003 में प्रोफेशन बनी थी. उन्होंने अपने करियर में 6 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते जिनमें तीन वीमेंस डबल्स और 3 मिक्स्ड डबल्स खिताब शामिल हैं. आइए आपको बताते हैं उनके बेमिसाल करियर की 10 बड़ी बातें.

  1. सानिया मिर्जा ने महज 17 साल की उम्र में WTA खिताब अपने नाम किया था. हैदराबाद में साल 2004 में उन्होंने ये कारनामा किया. सानिया ये मुकाम हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं.
  2. महज 18 साल की उम्र में सानिया ने WTA सिंगल्स का खिताब अपने नाम किया. सानिया की रैंक उस वक्त 134 थी और उनकी एंट्री वाइल्ड कार्ड के तौर पर हुई थी लेकिन उन्होंने कमाल का प्रदर्शन कर सभी को चौंका दिया. WTA सिंगल्स चैंपियन बनने वाली भी वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.
  3. सानिया मिर्जा WTA rankings के टॉप 50 में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. उन्होंने साल 2005 में टॉप 50 में एंट्री की. लेकिन वो यहीं नहीं थमीं. साल 2007 में उन्होंने अपने करियर की बेस्ट रैंकिंग हासिल की. सानिया की बेस्ट सिंगल्स रैंक 27 रही.
  4. सानिया मिर्जा ने साल 2009 में पहली बार ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता. ये कारनामा करने वाली वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं. उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन में महेश भूपति के साथ मिलकर मिक्स डबल्स खिताब जीता था.
  5. सानिया मिर्जा ने साल 2015 में विंबलडन में डबल्स खिताब जीता. ये कारनामा करने वाली भी वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं. उन्होंने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर इस उपलब्धि को हासिल किया.
  6. सानिया मिर्जा ने 2015 में डबल्स में नंबर 1 रैंकिंग हासिल की. ये कारनामा करने वाली वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं.
  7. साल 2015 और 2016 में सानिया का स्वर्णिम काल चला. इस खिलाड़ी ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर लगातार 41 मैच जीते. इस दौरान सानिया-हिंगिस ने 9 खिताब अपने नाम किए. हिंगिस-सानिया ने यूएस ओपन भी जीता था.
  8. सानिया मिर्जा ने साल 2008 में प्राइज़ मनी एक मिलियन डॉलर के पार पहुंचा दिया. ये कारनामा करने वाली वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं. सानिया ने करियर में कुल 72 लाख मिलियन डॉलर प्राइज़ मनी जीता.
  9. सानिया मिर्जा डबल्स रैंकिंग में 91 हफ्तों तक नंबर 1 रही. ये WTA doubles rankings इतिहास में 8वां सबसे बेस्ट प्रदर्शन है.
  10. सानिया मिर्जा ने चार ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया. वो साल 2008 में बीजिंग, 2012 में लंदन, 2016 में रियो और 2021 में टोक्यो ओलिंपिक में खेलीं.