कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने पर भी मंत्री विजय शाह के खिलाफ BJP क्यों नहीं कर रही कार्रवाई? सामने आई वजह

मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह के कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादास्पद बयान से बीजेपी में भारी असमंजस है. गोंड जनजाति से आने के कारण शाह को हटाने में पार्टी झिझक रही है. बीजेपी नेतृत्व कानूनी कार्रवाई का इंतजार कर रही है. शाह के बयान के बाद कांग्रेस ने FIR दर्ज कराई और बर्खास्तगी की मांग की है. उच्च न्यायालय ने माफी मांगने को कहा, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम राहत खारिज कर दी.
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह के कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान से बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भारी नाराज है, लेकिन मध्य प्रदेश के विवादित मंत्री विजय शाह को हटाने पर बीजेपी में असमंजस है. बीजेपी नेतृत्व में विजय शाह को लेकर ऊहापोह की स्थिति है. बीजेपी नेतृत्व विजय शाह मामले में कोर्ट और पुलिस द्वारा किए जा रहे कानूनी कार्रवाई तक प्रतीक्षा के पक्ष में है.
विजय शाह का गोंड जनजाति से होना बीजेपी में असमंजस का कारण बना हुआ है. मध्यप्रदेश में गोंड जनजाति के प्रतिनिधि के तौर पर विजय शाह को मंत्री बनाया गया था.
विजय शाह गोंड समाज से ही आते हैं और वो गोंड रॉयल फैमिली से भी ताल्लुक रखते हैं. मध्यप्रदेश में प्रदेश में गोंड जनजाति का करीब 8 फीसदी आबादी है. मध्य प्रदेश की 84 विधानसभा सीट गोंड जनजाति के वोटर प्रभावित करते हैं.
गोंड जाति के प्रतिनिधि के तौर पर बने हैं मंत्री
मध्य प्रदेश में आदिवासियों की कुल आबादी 22 फीसदी है. इनमें गोंड आदिवासियों की आबादी 35 फीसदी है. मध्य प्रदेश में गोंड जनजाति की संख्या लगभग 50 लाख से अधिक है.
गोंड जनजाति मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा , बैतूल, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, उमरिया और शहडोल जिलों में फैले हुए है.
बता दें कि मंत्री विजय शाह के कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादास्पद बयान ने राजनीतिक और कानूनी हलकों में हलचल मचा दी है। शाह ने 11 मई को मंहौ में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कर्नल कुरैशी को लेकर आपत्तिनजक टिप्पणी की थी, जो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की वजह बना है.
कर्नल सोफिया पर बयान देकर घिरे मंत्री विजय शाह
इस बयान के बाद कांग्रेस ने शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की. 15 मई को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने शाह से इस मामले में माफी मांगने को कहा, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने शाह की अंतरिम राहत याचिका खारिज कर दी और उनके बयान को आक्षेपजनक बताया
बीजेपी ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की और शाह से रिपोर्ट मांगी. शाह ने बाद में माफी मांगी और कहा कि उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया था.
कर्नल सोफिया कुरैशी, जो भारतीय सेना की सिग्नल कोर में कर्नल के पद पर हैं, ने पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश किया था, जिसमें पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले का दावा किया था. कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन दावों को नकारते हुए कहा कि भारत के सैन्य ठिकाने पूरी तरह सुरक्षित हैं. ऑपरेशन सिंदूर से कर्नल सोफिया कुरैशी सुर्खियों में आई हैं, लेकिन उन पर टिप्पणी कर विजय शाह पूरी तरह से घिर गए हैं.