सिवान में फिर जहरीली शराब का कहर, दो की मौत, 2 हुए अंधे; 5 लोगों ने एक साथ छलकाया था जाम
सिवान के लकड़ी नबीगंज के रहने वाले पांच लोगों की जहरीली शराब पीने से तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिवार के लोगों का कहना है कि शराब पीने के बाद इनकी तबीयत बिगड़ी थी. वहीं अमरजीत की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
बिहार के सिवान से एक बार फिर जहरीली शराब पीने के बाद मौत होने का मामला सामने आया है. पिछले महीने भी इस क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 28 लोगों की मौत हुई थी. जिसके बाद एक बार फिर इस तरह की घटना बिहार में शराबबंदी पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है. वहीं स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन के नाक के नीचे जहरीली शराब बेचने का काम चलता है लेकिन समय रहते कार्रवाई नहीं होती है.
घटना गुरुवार की है, जब लकड़ी नबीगंज के रहने वाले पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनके परिवार वालों का कहना है कि शराब पीने के बाद इनकी तबीयत बिगड़ गई. अमरजीत की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतकों के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं शराब पीने से मौत होने के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है.
दो लोग हो गए अंधे
वहीं उमेश यादव को सदर अस्पताल से पीएमसीएच रेफर किया गया. जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. जबकी दो अन्य लोग हरिंदर और अशोक सदर अस्पताल में भर्ती हैं. पड़ोसियों का कहना है कि उनके आंखों की रोशनी चली गई है.
लोगों में भारी गुस्सा
लोगों में प्रशासन को लेकर आक्रोश है और उन्होंने आरोप लगाया है कि थाने के सौ मीटर की दूरी पर भी शराब बिकती है और लोग पीते हैं. समय रहते रोका जाता तो आज ये हालात नहीं होते. वहीं लोगों ने बताया कि मृतक अमरजीत राय खुद अवैध तरीके से शराब बेचता था. वो खुद शराब बेचने के काम में लिप्त था. लोगों ने कहा कि उसे कई बार शराब बेचने से मना किया गया और उसे समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वो नहीं माना.
लोगों ने कहा कि नबीगंज में चलते फिरते ही शराब के पैकेट्स बिखरे हुए दिख जाते हैं. घटना के बाद शराब के पाउच को जलाया भी गया लेकिन इसके बावजूद ये पाउच गांव में सड़कों के किनारे पड़े दिख जाते हैं.