ट्रांसजेंडर उम्मीदवार ने बताया जान को खतरा, हाई कोर्ट में लगाई सुरक्षा की गुहार

ट्रांसजेंडर उम्मीदवार ने बताया जान को खतरा, हाई कोर्ट में लगाई सुरक्षा की गुहार

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा से ट्रांसजेंडर उम्मीदवार राजन सिंह ने दिल्ली हाई कोर्ट का रूख किया है. उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है.

देश में लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार चल रहा है. लोकसभा चुनाव में दो चरणों का मतदान हो चुका है. कई चरणों के नामांकन भी हो चुके हैं, कुछ प्रत्याशी अभी नामांकन करा रहे हैं. इसी बीच दिल्ली से बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल दक्षिणी दिल्ली लोकसभा से अपनी किस्मत आजमाने के लिए ट्रांसजेंडर उम्मीदवार राजन सिंह ने दिल्ली हाई कोर्ट का रूख किया है. उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है. दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग छठवें चरण में 25 मई को होगी. हालांकि नामांकन की प्रक्रिया 29 अप्रैल से शुरू हो गई है.

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनका मुवक्किल ट्रांसजेंडर कम्यूनिटी से आता है और साउथ दिल्ली से राष्ट्रीय बहुजन कांग्रेस पार्टी के समर्थन से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरना चाहता है. याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि 12 अप्रैल को बदरपुर में उसके दफ्तर पर जानलेवा हमला हुआ था जिसको लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. 14 अप्रैल को चुनाव आयोग के सामने एक आवेदन देकर सुरक्षा की मांग भी की गई थी. लेकिन वहां से याचिकाकर्ता को कोई जवाब नहीं मिला.

सुरक्षा मुहैया कराने का निदेश

इसके बाद इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने राजन की याचिका पर सुनवाई की. इस दौरान अदालत ने दिल्ली पुलिस को नामांकन के दौरान पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का निदेश दिया. जस्टिस अनूप कुमार मेंदीरत्ता ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 14 सभी को समान सुरक्षा का हक देता है. लिंग के आधार पर इसमें भेद नहीं कर सकते. हालांकि सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग के वकील ने कहा था कि नामांकन की प्रक्रिया 29 अप्रैल से शुरू हुई है, ऐसे में याचिकाकर्ता कानून के अनुसार सुरक्षा की मांग कर सकता है. संबंधित विभाग उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवा सकता है.

2 सप्ताह के भीतर देनी होगी जांच की रिपोर्ट

जबकि दिल्ली पुलिस की ओर से कोर्ट को बताया गया कि उन्होंने याचिकाकर्ता की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है. मामले में 2 सप्ताह के भीतर शिकायकर्ता को जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता द्वारा आरोपित घटना की प्रारंभिक जांच के दौरान कोई पुष्टि नहीं हो सकी है. हालांकि अगर याचिकाकर्ता को नामांकन भरने के लिए सुरक्षा चाहिए तो वो नामांकन की तारीख और समय बताकर सुरक्षा ले सकते हैं. आपको बता दें कि नामांकन के पहले दिन दिल्ली की 5 लोकसभा सीटों पर कुल 15 नामांकन भरे गए.