लौट आएगी 2008 की मंदी ? Fail हुआ अमेरिका का Silicon Valley Bank
दुनियाभर में मंदी की आहट पहले से है, और अब अमेरिका के एक बड़े बैंक के विफल होने से 2008 की मंदी के लौटने का डर सता रहा है. अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक की एसेट्स को जब्त कर लिया गया है.
कोविड के बाद दुनियाभर में आम लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं. वहीं मंदी की सुगबुगाहट भी है. अब अमेरिका में एक बड़े बैंक के फेल होने से लोगों के बीच 2008 वाली आर्थिक मंदी (Economic Slowdown) लौटने का डर फैल रहा है. अमेरिकी नियामकों ने सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank Failure) की एसेट्स को जब्त कर लिया है. ये 2008 के आर्थिक संकट के दौरान Washington Mutual के बाद अब तक का सबसे बड़ा बैंक फेलियर है.
बैंक के जमाकर्ताओं में अधिकतर टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स और वेंचर कैपिटलिस्ट से वित्त पोषण पाने वाली कंपनियां हैं. जमाकतार्आं के बैंक से लगातार पैसे निकालने की वजह से बैंक फेल कर गया है.
तत्काल प्रभाव से बंद हुआ सिलिकॉन वैली बैंक
अमेरिका के फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (FDIC) ने सिलिकॉन वैली बैंक को बंद करने का शुक्रवार को आदेश दिया. साथ ही तत्काल प्रभाव से बैंक की पूरी जमा राशि को अपने हाथों में ले लिया. सिलिकॉन वैली बैंक के बंद होने तक उसके पास 209 अरब डॉलर के एसेट्स थे. जबकि बैंक के पास जमा राशि का भंडार 175.4 अरब डॉलर का है. हालांकि एफडीआईसी ने अभी ये साफ नहीं किया है कि बैंक के खाताधारकों में से कितने ऐसे हैं जिनकी जमा 2,50,000 डॉलर से ज्यादा है.
सिलिकॉन वैली बैंक ग्राहकों को 2,50,000 डॉलर (करीब 2,05,04,637 रुपये) तक की जमा पर बीमा सुरक्षा मिलती है. भारत में लोगों को 5 लाख रुपये तक की जमा पर बीमा सुरक्षा मिलती है.
बनेंगे 2008 की मंदी जैसै हालात ?
एक्सपर्ट का कहना है कि सिलिकॉन वैली बैंक का अधिकतर पैसा टेक इंडस्ट्री में लगा है. ऐसे में पूरे बैंकिंग सेक्टर पर इसका असर कम पड़ने की उम्मीद है. पहले ये लग रहा था कि कहीं सिलिकॉन वैली बैंक का विफल होना 2008 जैसी आर्थिक मंदी को फिर वापस ना ले आए. लेकिन अधिकतर बड़े बैंकों के पास वैसे हालत से निपटने के लिए पर्याप्त पूंजी है.