‘सरकार हर विषय पर बहस के लिए तैयार’, शीतकालीन सत्र से पहले बोले प्रह्लाद जोशी

‘सरकार हर विषय पर बहस के लिए तैयार’, शीतकालीन सत्र से पहले बोले प्रह्लाद जोशी

संसद का शीतकालीन सत्र 4 से 22 दिसंबर तक चलेगा. उससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि यह मौजूदा लोकसभा का आखिरी सत्र है. उन्होंने बताया कि सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं से यह अनुरोध किया गया है कि सदन को नियम के मुताबिक चलने दिया जाए. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार और पार्टी हर विषय पर नियम के तहत बहस और चर्चा के लिए तैयार है.

संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू हो रहा है. उससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सत्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया है कि संसद का शीतकालीन सत्र सुचारू रूप से चल सके, इसके लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में 23 पार्टियां और उनके 30 नेता शामिल हुए. प्रह्लाद जोशी ने बताया कि ऑल पार्टी मीटिंग की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की. इस दौरान पीयूष भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि बैठक में सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलने देने का अनुरोध किया गया है.

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि 19 दिनों के दौरान कुल 15 बैठकें होंगी. उन्होंने कहा कि शून्यकाल नियमित रूप से होता रहा है, हमेशा होता रहेगा. प्रह्लाद जोशी ने बताया कि हमने सभी दलों से अनुरोध किया गया है कि संसद में बहस के लिए उचित माहौल बनाए रखा जाना चाहिए. चर्चा के लिए नियमों और प्रक्रियाओं का पालन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है. सरकार सदन में ढांचागत बहस की अपेक्षा रखती है.

सभी दलों से सदन का माहौल बनाए रखने की अपील

पत्रकारों से बात करते हुए प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बैठक में कई तरह के सुझाव सामने आए हैं. उन्होंने कहा विपक्षी दलों की ओर से शॉर्ट ड्यूरेशन और जीरो ऑवर को लेकर मांग की गई है. उन्होंने कहा कि दोनों सदनों में जीरो ऑवर हम हमेशा से चलाते आए हैं. जहां तक शॉर्ट ड्यूरेशन की बात है तो हमने विपक्षी दलों से यही कहा है कि इसके लिए नियम के मुताबिक बहस का माहौल बनाया जाना चाहिए.

हम नियम के तहत हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार

संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है. पिछली बार भी जब विपक्ष मणिपुर के बारे में चर्चा की मांग कर रहा था, नोटिस जारी किया था, उस वक्त भी हम चर्चा के लिए पहले से तैयार थे. उन्होंने बताया कि हमने इसकी पूर्व में घोषणा भी की थी. राज्यसभा में पीयूष गोयल जी और हमने भी कहा था कि हम इसके लिए तैयार हैं. प्रह्लाद जोशी ने कहा कि नियम के मुताबिक चेयरमैन और स्पीकर से अनुमति लेनी होती है, उसके बाद हम बहस के लिए तैयार हैं.

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