बुरहानपुर में हुई बाघ की मौत, 8 डॉक्टर्स की टीम ने किया पोस्टमार्टम
बुरहानपुर जिले के डीएफओ ने जानकारी देते हुए बताया कि कल शाम 6:00 बजे एक नर बाघ के मृत पाए जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद हम घटनास्थल पर पहुंचे थे. जांच पड़ताल के बाद बाघ के शिकार जैसा कुछ नहीं मिला. बाघ का शिकार किया गया होता तो बाघ के नाखून दांत और अन्य चीजें नहीं पाई जाती.
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के नेपानगर और असीरगढ़ के बीच घने जंगलों मृत नर बाघ मिलने से हड़कंप मच गया. मृत बाघ की सूचना मिलने पर सीसीएफ, डीएफओ सहित राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंचा गई. डॉक्टर की टीम द्वारा मृतक बाग का पोस्टमार्टम किया गया. बुरहानपुर जिले के डीएफओ ने जानकारी देते हुए बताया कि कल शाम 6 बजे एक नर बाघ के मृत पाए जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद हम घटनास्थल पर पहुंचे थे. जांच पड़ताल के बाद बाघ का शिकार किए जाने जैसा कुछ नहीं मिला.
दरअसल बुरहानपुर के नेपानगर और असीरगढ़ के वन परी क्षेत्र महाराष्ट्र के मेलघाट टाइगर रिजर्व से लगा होने के चलते कई बार यहां पर बाघों का आना-जाना लगा रहता है. कई बार बाघ दिखे भी है और उनके वीडियो भी वायरल हो चुके हैं. वहीं महाराष्ट्र से लगा होने के कारण कई अन्य वन्य प्राणी भी इन जंगलों में देखे गए हैं. वहीं वन विभाग की टीम को बुरहानपुर के नेपानगर और असीरगढ़ के बीच घने जंगलों में कक्ष क्रमांक 197 में एक नर बाघ के शव मिलने की सूचना मिली तो हड़कंप मच गया. इसके बाद घटनास्थल पर सीसीएफ, डीएफओ, एनटीसीए सहित राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम पहुंची. उन्होंने नर बाघ का शव मिलने पर जांच पड़ताल शुरू कर दी. वहीं मृत बाघ का पोस्टमार्टम 8 डॉक्टरों द्वारा किया गया.
मृतक बाघ मिलने के बाद क्या बोले अधिकारी?
इस पूरे मामले पर बुरहानपुर जिले के डीएफओ ने जानकारी देते हुए बताया कि कल शाम 6 बजे एक नर बाघ के मृत पाए जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद हम घटनास्थल पर पहुंचे थे. जांच पड़ताल के बाद बाघ के शिकार जैसा कुछ नहीं मिला. अगर शिकार किया गया होता तो बाघ के नाखून दांत और अन्य चीज नहीं पाई जाती. उसके शरीर पर भी चोट के निशान पाए जाते. बाघ की उम्र तकरीबन 7 से 8 वर्ष बताई जा रही है. आठ डॉक्टरों की टीम द्वारा बाघ का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
अक्सर देखा जाता है बाघों का मूवमेंट
बुरहानपुर का वन क्षेत्र सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और मेलघाट टाइगर रिजर्व के बीच में आता है तो यहां अक्सर बाघों का मूवमेंट देखा जाता है. यहां पर खकनार और बोदरली के बीच में अभयारण्य का भी प्रस्ताव है. वह भी आगे पूरी प्रक्रिया के साथ बढ़ रहा है. फिलहाल प्रोटोकॉल के हिसाब से सभी की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के बाद बाघ का अंतिम संस्कार किया जाएगा और पीएम के बाद जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.